अगर स्वर्ग में जिन्ना और गांधी मिलेंगे तो गांधी को शर्मिंदा होना होगा : मनोज झा

मनोज झा ने कहा, “मैं हाथ जोड़कर आपसे विनती कर रहा हूं. आपका विपक्ष हूं मगर शत्रू नहीं हूं. प्लीज, भयंकर गलती करने से पहले एक बार सोचिए. प्लीज बड़ी गलती करने से पहले रुक जाइए. बहुमत का सही इस्तेमाल कीजिए.”

उन्होंने कहा कि सैद्धांतिक, ऐतिहासिक और व्यवहारिक तौर पर हम इस बिल का विरोध कर रहे हैं. मनोज झा ने इस दौरान एक शेर भी पढ़ा- ‘मायूस कर रहा है ये रोशनी का रंग, न इसको कोई अदब है और न कोई ऐतबार.’

मनोज झा ने कहा कि ‘सरकार को किसी समुदाय से भेदभाव नहीं करना चाहिए. जर्मनी में जब यहूदियों को निकाला गया तो जर्मन वाले भी निकाले गए थे. मुझे पता है कि बिल पास करा लेंगे, लेकिन इतिहास में 10 साल की सरकार दो लाइन में खत्म हो जाती है.’