आज है गुरु पूर्णिमा अमित शाह और योगी आदित्यनाथ ने दी शुभकामना

आज गुरू पूर्णिमा है यह दिन महाभारत के रचयिता महर्षि वेद व्यास की जयंती के रूप में मनाया जाता है। परम्परागत रूप से यह दिन गुरू पूजन के लिए निर्धारित किया गया है। गुरु हमारे जीवन में ज्ञान का भंडार भरता है। हमें अच्छाई की ओर अग्रसर करता है। हमें ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग प्रसस्त करता है। गुरु हमें जीवन जीना सिखाता है। जो दुनियादारी की हकीकतों से हमें वाकिफ कराता है।

भारतीय संस्कृति में गुरु को भगवान का दर्जा दिया गया है।

गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु , गुरुर देवो महेश्वरः , गुरुर साक्षात परम ब्रह्म , तस्मै श्री गुरुवे नमः।।

ध्यान मूलं गुरुर मूर्ति , पूजा मूलं गुरु पदम् मंत्र मूलं गुरुर वाक्यं , मोक्ष मूलं गुरुर कृपा।।

संत कबीर ने अपने एक दोहे में लिखा है

गुरु गोविंद दोनों खड़े, काके लागू पाय। बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताय।।

गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी सभी देश वासियों को गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामना दी है।

गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान बहुत ही आदरणीय है। गुरु एक सेतु है जो ज्ञान और शिष्य को जोड़ता है। एक गुरु अपने ज्ञान रूपी अमृत से शिष्य के जीवन में धर्म और चरित्र जैसे बहुमूल्य गुणों का सिंचन कर उसके जीवन को सही दिशा व अर्थ प्रदान करता है। गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएँ।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा गुरुजनों के मार्गदर्शन में ही विश्व की महान विभूतियों ने आकार लिया है। गुरुजनों के त्याग, तपस्या व ज्ञान के आलोक में ही सभ्यता और संस्कृतियों का उन्नयन हुआ। गुरु, रक्षक, सृजक और पथ प्रदर्शक हैं। सभी पूज्य गुरुजनों के नमन के पुनीत अवसर “गुरु पूर्णिमा” की आप सबको अनंत शुभकामनाएं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बिना गुरु के ज्ञान प्राप्त करना सम्भव नहीं है। गुरु के आशीर्वाद से सभी सिद्धियां प्राप्त की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में गुरु को सर्वोच्च स्थान प्रदान किया गया है। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि बिना गुरु के ज्ञान प्राप्त करना सम्भव नहीं है। गुरु के आशीर्वाद से सभी सिद्धियां प्राप्त की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में गुरु को सर्वोच्च स्थान प्रदान किया गया है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गुरु-पूजन का यह पर्व हमें सत्मार्ग पर ले जाने वाले उन महापुरुषों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता अर्पित करने की प्रेरणा देता है, जिन्होंने अपने ज्ञान,त्याग और तपस्या से समाज,राष्ट्र और विश्व को नई राह दिखाई। हमें गुरु-पूजन पूरी आस्था और श्रद्धाभाव से करके गुरु का आशीर्वाद लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन में गुरु के महत्व से भावी पीढ़ी को परिचित कराने के लिए यह पर्व आदर्श है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ने कहा कि गुरु को ब्रह्मा, विष्णु, महेश के समान बताया गया है। उन्होंने कहा कि गुरु शिष्य को रचता है, इसलिए वह ब्रह्मा है। गुरु, शिष्य की रक्षा करता है,इसलिए वह विष्णु है। गुरु शिष्य के सभी दोषों का संहार करता है, इसलिए वह साक्षात महेश्वर है। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा है कि कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत गुरु पूर्णिमा का पर्व सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन करते हुए ही मनाएं।