उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 5234 नए मामले सामने आए

उत्तर प्रदेश में कोरोना के जितने मामले सामने आ रहे हैं उससे कहीं अधिक मरीज एक दिन में ठीक हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 5234 नए मामले सामने आए हैं जबकि इसी दौरान 6506 कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों इलाज के बाद डिस्चार्ज गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना से रिकवरी रेट 81.88% हो गया है।

अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में इस समय 61,698 संक्रमित मामले हैं जिसमें से 31,791 लोग होम आइसोलेशन में हैं। अलावां अब तक 5299 संक्रमित लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि कल प्रदेश में 1,65,565 सैंपल्स की जांच की गई है। अब तक प्रदेश में कुल 89,92,424 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है।

अवनीश अवस्थी बताया कि मुख्यमंत्री जी ने आज टीम 11 की बैठक में हाई रिस्क ग्रुप के लिए RTPCR टेस्ट के निर्देश दिए। सभी जनपदों में इंटीग्रेटेड कमांड एण्ड कंट्रोल सेंटर को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश CM द्वारा दिए गए हैं। नॉन-कोविड चिकित्सालयों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल के अनुरूप OPD सेवा संचालित कराने और सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी OPD सुविधा प्रारम्भ करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने आरोग्य मेला शुरू करने पर विचार करने को कहा है।

अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि कोरोना के संक्रमण काल में भी यदि मां कोरोना संक्रमित है या संशय है कि उन्हें संक्रमण हो सकता है तो भी ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ यही सलाह देता है कि माता द्वारा अपने बच्चे को स्तनपान कराना चाहिए। कुछ सावधानियां रखनी चाहिए जैसे कि मां को अपना मुंह और नाक ढककर रखना चाहिए। हाथ को अच्छे से साफ रखना चाहिए। जिन सतहों पर छोटा बच्चा रहता है, उन सतहों को भी बिल्कुल साफ रखना चाहिए।

अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि कोरोना का संक्रमण किसी को भी हो सकता है। इस संक्रमण के होने पर मन में किसी प्रकार की हीनभावना, लज्जा या संकोच लाने की कोई बात नहीं है। इसलिए लक्षण आने पर तत्काल अपनी जांच कराएं और इलाज शुरू करवाएं। संक्रमण से बचाव के लिए हमें सभी सावधानियों को अपनाते रहना है। हाथ और नाक को कपड़े, रूमाल अथवा दुपट्टे से ढककर रखें, हाथों को बार-बार साबुन व पानी से धोएं, लोगों से दो गज की दूरी बनाकर रखें।

अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि परिवार में जो बड़े-बुजुर्ग हैं, पहले से बीमार लोग हैं, गर्भवती महिलाएं हैं, छोटे बच्चे हैं, उनका विशेष ध्यान रखें ताकि वे संक्रमित न होने पाएं क्योंकि उनके संक्रमित होने पर उनमें जटिलताएं होने की संभावना होती है।