देश में कोरोना के 27892 मामले जिसमें 6184 लोग हुए ठीक जबकि 872 लोगों की हुई मौत

देश में पिछले 24 घंटे के दौरान 1396 लोगों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके साथ ही संक्रमित लोगों की संख्या 27892 हो गई। इनमें से 6184 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। पिछले 24 घंटे में 381 रोगी ठीक हुए। जबकि पिछले 24 घंटों में 48 लोगों की मौत हुई है। देश में संक्रमण से अब तक कुल 872 लोगों की मृत्यु हुई है। देश में कोरोना के 27892 मामले जिसमें 6184 लोग हुए ठीक जबकि 872 लोगों की हुई मौत  .

स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने आज नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कोविड-19 रोगियों के ठीक होने की दर बढ़ रही है और लगभग 22.17 प्रतिशत रोगी ठीक हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में 16 जिलों में पिछले 28 दिनों में संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया। ये जिले पहले संक्रमण से ग्रस्त थे। इनमें तीन नए जिले शामिल हुए, ये हैं- महाराष्ट्र में गोंदिया, कर्नाटक में दावणगेरे और बिहार में लखीसराय। 85 जिलों में पिछले 14 दिनों से कोई मामला नहीं आया है। पीलीभीत और पंजाब के एक जिले में फिर से नए केस आए हैं। देश में कोरोना के 27892 मामले जिसमें 6184 लोग हुए ठीक जबकि 872 लोगों की हुई मौत  .

गृह मंत्रालय की प्रवक्ता ने बताया की दो करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है। ग्रामीण क्षेत्र में ईंट भट्टों आदि के शुरू होने से प्रवासी मजदूरों को रोजगार मिल रहा है। हालांकि हमें इस दौरान दिशानिर्देशों का पालन करना जरूरी है। उन्होंने कहा की मनरेगा के तहत 2 करोड़ लोग काम कर रहे हैं। 1.5 करोड़ लोगों को रोज खाना खिलाया जा रहा है।इसके अलावां आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत अंतर मंत्रालयी टीमों ने संबंधित राज्यों में पहुंचकर अपना काम शुरू कर दिया है। उनकी विशेषज्ञता हम राज्यों के साथ साझा करना चाह रहे थे ताकि कोविड 19 के खिलाफ सफलता पा सकें।

गृह मंत्रालय ने बताया कि स्लम में जहां दिशानिर्देशों का पालन नहीं हो रहा है, वहां सख्ती से पालन होना चाहिए। इसके अलावा जयपुर में भी टीम ने दौरा किया। उन्होंने कहा कि पुराने शहर में शाम को लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन न हो, इसका ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि 80 फीसदी मंडियों का संचालन शुरू हो चुका है।

भारत सरकार के अधिकार प्राप्‍त समूह 5 (ईजी5) की आज की प्रेस ब्रीफिंग में देश में कोविड-19 के प्रकोप के बाद से इसके कारण उत्‍पन्‍न चुनौतियों से निपटने तथा महामारी को देश में फैलने से रोकने के लिए किए गए आपूर्ति श्रृंखला और लॉजिस्टिकल व्‍यवस्‍था से संबंधित प्रबंधों के बारे में जानकारी प्रदान की गई।

पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सचिव और ईजी 5 के संयोजक परमेस्वरन अय्यर ने मीडिया को संबोधित करते हुए चार महत्वपूर्ण क्षेत्रों अर्थात-कृषि, विनिर्माण, लॉजिस्टिक्‍स और कमजोर समूहों को खिलाना-में चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि खाद्य पदार्थ और फार्मास्यूटिकल्स की ढुलाई करने वाले ट्रकों का प्रतिशत 30 मार्च को 46 प्रतिशत से बढ़कर 25 अप्रैल, 2020 को 76 प्रतिशत हो गया। इसी अवधि में रेलवे रेक का प्रतिशत 67 प्रतिशत से बढ़कर 76 प्रतिशत हो गया, बंदरगाहों पर हैंडल किए जाने वाले यातायात का प्रतिशत 70 प्रतिशत से बढ़कर 87 प्रतिशत हो गया है, और प्रचालन कर रही प्रमुख मंडियों का प्रतिशत 61 प्रतिशत से बढ़कर 79 प्रतिशत हो गया है। सरकारी एजेंसियों, गैर सरकारी संगठनों और उद्योगों द्वारा प्रतिदिन 1.5 करोड़ से अधिक लोगों को पका हुआ भोजन उपलब्‍ध कराया जा रहा है।

ईजी5 की भूमिका के बारे में बताते हुए उन्‍होंने कहा कि सरकार आवश्‍यक वस्‍तुओं की आपूर्ति श्रृंखलाओं की अड़चने दूर करने के लिए संबंधित नीतियों को सुगम बनाने और कार्यान्‍वयन करने, जमीनी स्‍तर की विशिष्‍ट रुकावटों को दूर करने और प्रमुख संकेतकों पर नज़र रखने तथा आपूर्ति योद्धाओं की सर्वोत्तम प्रथाओं का प्रसार करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।