पालघर में दो साधुओं सहित 3 लोगों की हत्‍या के मामले में 110 आरोपी गिरफ्तार

महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि बृहस्‍पतिवार और शुक्रवार की मध्‍यरात्रि को पालघर जिले में दो साधुओं और एक ड्राइवर की भीड़ द्वारा हत्‍या के मामले में सौ से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्‍यमंत्री ने इस दुर्घटना की निंदा करते हुए कहा कि यदि पुलिस दादरा नागर हवेली सीमा पर वाहन को सवेरे तक रोक लेती तो इस घटना को टाला जा सकता था। इस वाहन में सवार साधु अंतिम संस्‍कार में भाग लेने के लिए मुम्‍बई के कांधीवाली से गुजरात के सूरत जा रहे थे।

उद्धव ठाकरे के सीएम ऑफिस ने ट्वीट कर लिखा है कि पालघर की घटना पर कार्रवाई की गई है। जिन्होंने २ साधुओं, १ ड्राइवर और पुलिस कर्मियों पर हमला किया था, पुलिस ने घटना के दिन ही उन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस अपराध और शर्मनाक कृत्य के अपराधियों को कठोर दण्ड दिया जाएगा। इसके अलावां उन्होंने लिखा मैं फिर से एक बार कहना चाहता हूं, कुछ लोग इसमें आग लगाने की कोशिश कर रहे है। इसमें हिन्दू मुस्लिम या इसमें साम्प्रदायिकता नहीं है, ये हमला हुआ है ये दुर्भाग्य की बात है, गलतफहमी के शिकार हुए है। जो बहुत निंदनीय बात है।

मुख्‍यमंत्री ने बताया कि इस सिलसिले में दो पुलिस अधिकारियों को निलम्‍बित कर दिया है और सीआईडी मामले की जांच कर रही है। पांच मुख्‍य आरोपियों सहित सभी आरोपियों को पकड़ लिया गया है और पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। ठाकरे ने बताया कि केन्‍द्रीय मंत्री अमित शाह ने आज सवेरे इस बारे में उन से बातचीत की। उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री आदित्‍य नाथ ने भी इस संबंध में फोन पर बातचीत की थी।

भाजपा के वरिष्‍ठ नेता देवेन्‍द्र फडणवीस ने मामले की उच्‍चस्‍तरीय जांच की मांग की है। उन्‍होंने कहा कि पुलिस पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए क्‍योंकि घटना के समय वे वहां मौजूद थे लेकिन उसने इसे रोका नहीं। इस घटना को लेकर अखिल भारतीय संत समिति ने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखा है और सीबीआई जांच की मांग की है।

बतादें कि महाराष्ट्र के पालघर के गड़चिनचले गांव में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीटकर निर्मम हत्‍या ने पूरे देश में सनसनी मचा रखी है। सबसे बड़ी बात तो यह पूरी घटना वहां मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों के सामने हुई। आरोपियों ने साधुओं के साथ एक ड्राइवर और पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया। हमले के बाद साधुओं को अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस की मने तो यह घटना बच्चा चोरी के शक में हुई। कुछ लोगों ने कई दिनों से बच्चा चोरी की अफवाह फैला रखी थी। जिसके शक में इन तीनो लोगों की हत्या हो गई।