बाराबंकी के पुलिस विभाग में तैनात अमर सिंह की कार्यशैली है बिल्कुल हटके जाने कैसे

बाराबंकी से श्रवण चौहान की रिपोर्ट : आपने बहुत से ऐसे पुलिसकर्मी देखे होंगे जो अपनी गलत आचरण के चलते सुर्खियों में रहा करते हैं। लेकिन कुछ पुलिसकर्मी ऐसे भी हैं जो अपने फर्ज के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। अपनी ईमानदारी के चलते क्षेत्र की जनता के बीच एक अलग तरीके की पहचान बनाकर उनके दिलों पर राज करते हैं।

आज हम ऐसे ही एक पुलिसकर्मी के बारे में पूरी जांच पड़ताल के बाद जानकारी दे रहे हैं ,जो क्षेत्र की जनता के साथ-साथ पूरे पुलिस विभाग में लोकप्रिय है जिनका नाम है अमर सिंह जो बाराबंकी के असंद्रा थाना में बतौर थाना प्रभारी के पद पर तैनात हैं। जिनकी कार्यशैली को लेकर बाराबंकी के रहे पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने भी जमकर प्रशंसा करते हुए प्रशस्ति पत्र दिया।

आपको बताते चलें कि अमर सिंह जौनपुर जिले के छोटे से गांव सपही के रहने वाले है। जिनका जन्म 1 जुलाई 1975 को संकटा प्रसाद सिंह के घर हुआ था जो एक सरकारी टीचर थे। अमर सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने एक गांव में एक छोटे से विद्यालय से प्राप्त की इन्होंने ग्रेजुएशन करने के बाद 2006 में सीधी दरोगा भर्ती में बतौर दरोगा के पद पर नियुक्त हुए।

बाद गोरखपुर जिले के 7 थानों में बतौर थाना प्रभारी तथा कुशीनगर जिले में थाना प्रभारी , लखीमपुर खीरी में थाना प्रभारी, फैजाबाद में थाना प्रभारी व बाराबंकी की कोठी थाने में थाना प्रभारी रहने के बाद बाराबंकी के तेजतर्रार रहे पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर के पीआरओ के तौर पर काम किया जिसके बाद बाराबंकी जिले के असंद्रा थाने की इन्हें कमान संभालने का अवसर मिला।

अमर सिंह असंद्रा थाना क्षेत्र में बहुत बड़े-बड़े गुड वर्क करने के साथ-साथ अपराध पर लगाम लगाने का काम किया। जिसकी प्रशंसा चारों तरफ हो रही है इसी दौरान हमारे संवाददाता श्रवण चौहान से बातचीत करते हुए बताया कि जिस दिन वर्दी पहना था उस दिन ही यह कसम खा ली थी कि बेसहारा अनाथ लोगों को न्याय दिलाने का काम करेंगे उन्होंने हमारे संवाददाता के सवालों का जवाब देते हुए बताया कि सरकार चाहे जिस पार्टी की रही हो काम मैं बिलकुल सही करता हू फिर चाहे सत्ताधारी नेता रूठी क्यों न जाए।

ग्राम प्रधान मोहम्मद अकील जैदी ने बताई अमर सिंह की कार्यशैली:-

ग्राम प्रधान मोहम्मद अकील जैदी का कहना है कि इस क्षेत्र में थाना प्रभारी अमर सिंह की कार्यशैली से लोग बहुत खुश हैं। थाना प्रभारी अमर सिंह के अंदर सभी गुण संपन्न है मिलनसार होने के साथ-साथ लोगों को न्याय दिलाने का काम करते हैं। इसी दौरान ग्राम प्रधान ने बताया कि थाना प्रभारी के पास हिंदी इंग्लिश संस्कृत के साथ-साथ अन्य भाषाओं पर भी अच्छी पकड़ है।

अमर सिंह ने पास कर ली थी बिहार पीसीएसजे की परीक्षा :-

अमर सिंह ने 2001 में बिहार पीसीएस जे की परीक्षा अच्छे अंकों के साथ पास करने का काम किया था लेकिन अमर सिंह की पत्नी मनोरमा ने उन्हें बिहार जाने से रोक दिया उनका कहना था कि किसी भी हाल में बिहार के अंदर नौकरी नहीं करना है जिसके चलते उन्होंने पीसीएसजे इंटरव्यू में पास होने के बाद भी अपना पद नहीं ग्रहण किया।

अमर सिंह दो घण्टे करते है भगवान की पूजा :-

देखा जाता है कि अमर सिंह चाहे जहां रहे हो वह भगवान का ध्यान लगाते हुए 2 घंटे तक पूजा करते यहां तक कि अभी देखा जाता है कि जो थाना परिसर में बने मंदिर हैं उन मंदिरों पर जाकर झाड़ू पोछा भी किया करते जिसे लोग देखकर खूब प्रशंसा करते हैं और यह भी कहने से पीछे नहीं रहते हैं कि थाना प्रभारी होते हुए भी झाड़ू पोछा लगा रहे हैं तो वही थाना परिसर को भी साफ सुथरा रखने में अपना योगदान देते।