बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देने का ऐलान किया

राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने आज न्यूज एजेंसी ANI से बात की जिसमे उन्होंने राष्ट्रपति पद के चुनाव में NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देने का ऐलान किया। इसके साथ ही उन्होंने कि यह फैसला उन्होंने किसी के दबाव में नहीं लिया हो बल्कि बल्कि अपनी पार्टी के मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए एक आदिवासी समाज की योग्य और कर्मठ महिला को देश की राष्ट्रपति बनाने के लिए यह फैसला लिया है। इसके साथ उन्होंने विपक्षी पार्टियों को भी आड़े हाथ लिया।

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी ने आदिवासी समाज को अपने मूवमेंट का खास हिस्सा मानते हुए द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए अपना समर्थन देने का निर्णय लिया है। हमने यह अति महत्वपूर्ण फैसला BJP और NDA के पक्ष या फिर विपक्षी पार्टी के विरोध में नहीं लिया है। बल्कि अपनी पार्टी के मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए एक आदिवासी समाज की योग्य और कर्मठ महिला को देश की राष्ट्रपति बनाने के लिए यह फैसला लिया है।

मायावती ने विपक्षी पार्टियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक विपक्षी उम्मीदवार का चयन करने के लिए 15 जून को बुलाई गई बैठक में केवल चयनित पार्टियों को आमंत्रित किया और जब शरद पवार ने 21 जून को एक बैठक बुलाई तो भी BSP को आमंत्रित नहीं किया गया। यह उनके जातिवाद के उद्देश्यों को दर्शाता है।

बतादें कि द्रौपदी मुर्मू ने कल पीएम मोदी सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में नामांकन पत्र दाखिल किया था । इसके साथ ही NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और NCP प्रमुख शरद पवार से बात की और राष्ट्रपति चुनाव में अपने लिए उनकी पार्टी का समर्थन मांगा।

बतादें कि राष्ट्रपति चुनाव में आदिवासी समुदाय की द्रौपदी मुर्मू को प्रत्याशी बनाकर भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा सियासी दांव चला है। इसके जरिये उन्होंने दलित, गरीब आदिवासी समाज को साफ सन्देश दिया है कि यह सरकार उनके लिए काम कर रही है।