भाजपा-जदयू का गंठबंधन अटूट नीतीश के नेतृत्व में ही लड़ेंगे बिहार विधानसभा चुनाव : अमित शाह

गृहमंत्री अमित शाह ने आज नागरिकता संशोधन कानून की जागरूकता के लिए बिहार के वैशाली में एक जनसभा को संबोधित किया। साथ ही जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि जदयू के साथ गठबंधन अटूट है और नीतीश के नेतृत्व में ही बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा की कुछ लोग भ्रम बैदा कर रहे हैं लेकिन एनडीए का गठबंधन अटूट है। नीतीश के नेतृत्व में ही बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा।

अमित शाह ने कहा कि कुछ लोग अफवाह फैलाना चाहते हैं कि बिहार में अगला चुनाव कैसे होगा।आज मैं स्पष्ट कर देता हूं कि बिहार में अगला चुनाव नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में NDA लड़ेगा। भाजपा और जदयू एक साथ चुनाव लड़ने वाले हैं। लालू यादव से मैं कहना चाहता हूं कि भाजपा-जदयू का गंठबंधन अटूट है, इसमें आप सेंधमारी नहीं कर सकते

अमित शाह ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में नागरिकता संशोधन कानून आया है। इसके माध्यम से अनेक पीड़ित लोगों को नागरिकता देने का कार्यक्रम चला है। लेकिन देश में कुछ लोग जो बात तो पीड़ितों की करते हैं, लेकिन वोटबैंक के अलावा वो किसी और का भला नहीं देखते। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश से आने वाले अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का काम CAA से होने वाला है। लेकिन जिनको इसमें वोटबैंक दिखाई देता है, वो इसका विरोध कर रहे हैं। वो लोग हमारे देश के अल्पसंख्यकों को, युवाओं को गुमराह कर रहे हैं।

अमित शाह ने आगे कहा कि राहुल बाबा, लालू जी, ममता दीदी, केजरीवाल इन सभी से मैं कहना चाहता हूं कि जनता को गुमराह मत कीजिए। मैं सभी लोगों से कहता हूं कि इस कानून में किसी की नागरिकता लेने का प्रावधान नहीं है, ये तो नागरिकता देने का कानून है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने 26 सितंबर 1947 को कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाला हिन्दू और सिख हर नजरिये से भारत आ सकता है, उसे नौकरी और नागरिकता देना आजाद भारत का पहला कर्तव्य है।

अमित शाह ने आगे कहा कि जवाहर लाल नेहरू, राजेंद्र बाबू, आचार्य कृपलानी, सरदार पटेल और मौलाना अबुल कलाम आजाद ने भी यही कहा था। ये कांग्रेस वाले हमारी नहीं सुनते, लेकिन अपने बड़े नेताओं की बात तो माने। उन्होंने कहा कि CAA को लेकर विपक्ष ने दुष्प्रचार किया, अल्पसंख्यकों को गुमराह किया, देश में दंगे फैलाए। पहले 3-4 दिन जो दंगे हुए उसका पूरा दोष कांग्रेस, ममता बनर्जी एंड कंपनी का है। कांग्रेस पार्टी ने देश में दंगे कराए।

अमित शाह ने आगे कहा कि पिछले साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव हुआ, उसमें कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में लिखा है कि पाकिस्तान से जो हिन्दू और सिख आएंगे, उनको हम नागरिकता देंगे। जब आप कहते हो तब ये सांप्रदायिक नहीं होता, लेकिन जब मोदी जी ये करते हैं तो सांप्रदायिक हो जाता है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी ने दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद संसद के पहले ही सत्र में अनुच्छेद 370 को हटाया। विपक्षियों ने इसका भी विरोध किया।

अमित शाह ने आगे कहा कि कांग्रेस, लालू जी, ममता दीदी, केजरीवाल सभी राम मंदिर मामले में आड़े आए थे। लेकिन भारत सरकार की पहल से ये केस स्पीड से चला और सुप्रीम कोर्ट ने तय कर दिया कि अयोध्या में उसी स्थान पर राम मंदिर बनेगा। उन्होंने कहा कि JNU में 3 साल पहले नारे लगे ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे एक हजार’। मोदी जी ने इस तरह के नारे लगाने वालों को जेल में डाला। लेकिन केजरीवाल उन पर केस चलने की अनुशंसा नहीं दे रहे हैं।

अमित शाह ने आगे कहा कि मैं ममता दीदी, केजरीवाल, राहुल गांधी, लालू प्रसाद और कम्यूनिस्टों से कह देना चाहता हूं कि कान खोलकर सुन लो जो भी देश के खिलाफ नारे लगाएगा, उसकी जगह केवल जेल की सलाखों के पीछे होगी।