भारत-जापान संवाद सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी का संदेश

भारत-जापान संवाद सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि सबसे पहले, Central Vietnam में बाढ़ और भू-स्खलन के कारण जो क्षति हुई हैं उसके लिए मैं सभी भारतवासियों के ओर से संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ। मैं आशा करता हूँ कि इस परिस्थिति से निपटने में भारत द्वारा भेजी गई राहत सामग्री आपके काम आएगी।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि वियतनाम ने जिस सफलता से कोविड-19 pandemic को संभाला है, इस की प्रशंसा पूरे विश्व में हो रही है । मैं इसके लिए आपको और वियतनाम के नागरिकों को बधाई देता हूँ। पिछले महीने हम आसियान-India Virtual Summit में मिले थे। और मुझे ख़ुशी है कि आज फिर आपसे बातचीत करने का अवसर मिला है। वियतनाम भारत की Act East Policy का महत्त्वपूर्ण स्तम्भ है, और हमारे Indo-Pacific Vision का एक महत्त्वपूर्ण सहयोगी है। हमारी Comprehensive Strategic Partnership का दायरा आज बहुत विस्तृत है। हमारे बीच आपसी संपर्क भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं और नए क्षेत्रों में फैल रहे हैं।

हम Vietnam के साथ अपने संबंधों को एक long-term और strategic view से देखते हैं। Indo-Pacific region में peace, stability and prosperity हमारे साझा उद्देश्य हैं। इस क्षेत्र में स्थिरता और शांति क़ायम रखने के लिए हमारी साझेदारी महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है।

आज के Virtual Summit में हम अपनी Comprehensive Strategic Partnership के अंतर्गत चल रहे सहयोग के विभिन्न पहलुओं का आकलन करेंगे। साथ ही regional और multilateral स्तर पर भी हमारे आपसी सहयोग के विषय में चर्चा करने का यह अच्छा मौका है।

वैश्विक स्तर पर कई चुनौतियों के बारे में, और हमारे क्षेत्र के भविष्य के बारे में, हमारे विचारों में समानता है, और हम साथ मिल कर अपने साझा मूल्यों को आगे बढ़ा सकते हैं। अगले साल हम दोनों संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में एक साथ सदस्य होंगे। और इसलिए वैश्विक मंच पर हमारे सहयोग का महत्व और भी बढ़ जाता है।

यह प्रसन्नता की बात है कि आज हम एक Joint Vision Document, और 2021 से 2023 तक के हमारे bilateral engagement के लिए एक Plan of Action को जारी कर रहें है। इस Joint Vision for Peace, Prosperity and People से विश्व को हमारे संबंधों की गहराई का एक मजबूत संदेश जायेगा। हमारी वार्ता के साथ-साथ दोनों देशों के बीच सात महत्वपूर्ण समझौते भी sign हुए हैं।

इनमें रक्षा, वैज्ञानिक research, परमाणु ऊर्जा, petro-chemicals, renewable energy तथा cancer के इलाज जैसे विविध विषय शामिल हैं। हम अपने विकास सहयोग, और सांस्कृतिक संरक्षण के क्षेत्र में भी नई पहल ले रहे हैं। यह सभी हमारे बढ़ते आपसी सहयोग के विस्तार और potential को दर्शाता है।
मैं फिर एक बार इस Virtual Summit में आपका स्वागत करता हूं अब मैं आपके Opening Remarks आमंत्रित करना चाहूँगा।