योगी आदित्यनाथ ने सरकार के 100 दिनों के कार्यों की समीक्षा बैठक की

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज उत्तर प्रदेश सरकार के प्रथम 100 दिनों के कार्यों की समीक्षा बैठक की। जिसमें उन्होंने कहा कि प्रथम 100 दिनों का लक्ष्य प्रत्येक दशा में 30 जून तक पूर्ण करा लिया जाए। मुख्य सचिव स्तर से विभागीय समीक्षा कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आगामी 05 जुलाई को वर्तमान सरकार दूसरे कार्यकाल के प्रथम 100 दिन पूरे कर रही है। इस विशेष अवसर पर 04 जुलाई को राज्य स्तर पर प्रेसवार्ता आयोजित की जाएगी। सभी मंत्रीगण/जनप्रतिनिधि जनता के बीच होंगे। हमें कार्यों की प्रगति से जनता को अवगत कराना होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रथम 100 दिवस पूर्ण होने के अवसर पर विभागीय मंत्रियों द्वारा अपनी उपलब्धियों का विवरण जनता के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।100 दिन की प्रगति रिपोर्ट के साथ-साथ आगामी 06 माह के लक्ष्य के बारे में भी जानकारी दें। मंडलों के प्रभारी मंत्रीगण अपने प्रभार के मंडलों में जनता के बीच जाएं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में स्थानीय जनता ने प्रधानमंत्री जी की नीतियों में अभूतपूर्व विश्वास जताया है। हमें इस विश्वास और उनके भरोसे पर खरा उतरना होगा। सभी विभाग इन दोनों जनपदों से संबंधित विकास परियोजनाओं की समीक्षा करें, कोई प्रस्ताव लंबित न रहे। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा भी इन क्षेत्रों में संचालित/लंबित विकास परियोजनाओं की समीक्षा की जाएगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजमगढ़ का हरिहरपुर संगीत साधकों की पुरातन स्थली है। संगीत जगत के प्रतिष्ठित लोगों से परामर्श कर उनकी मंशानुरूप यहां कला-संगीत साधकों के हित में आवश्यक प्रस्ताव तैयार किया जाए। बिलासपुर (रामपुर) चीनी मिल का सुदृढ़ीकरण का कार्य यथाशीघ्र किया जाए। हर जनपद में एक-एक सीएचसी को पीपीपी मोड पर संचालित किया जा सकता है। इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार करें। हेल्थ एटीएम की स्थापना के लिए तत्काल आवश्यक प्रक्रिया की जाए। रिमोट एरिया में टेलीकंसल्टेशन को और बढ़ावा दिया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डग्गामार बसों को एक व्यवस्था से जोड़ने पर विचार किया जाए। इनके लिए रूट का निर्धारण किया जा सकता है इससे सुदूर क्षेत्रों तक परिवहन की सुविधा सुलभ हो सकेगी। इस संबंध में सभी आयामों पर विचार करते हुए कार्ययोजना तैयार की जाए। परिवहन विभाग नवाचारों के माध्यम से अपने साधनों से आय के नए स्रोत उत्पन्न कर सकता है। परिवहन विभाग की भूमि हर जगह प्राइम लोकेशन पर है। यहां होटल, रेस्तरां का संचालन किया जा सकता है। बस स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं।