रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कृषि से संबंधित 2 विधेयकों पर चर्चा के दौरान जो हुआ वो शर्मनाक था

मोदी सरकार ने राज्यसभा में आज दो कृषि सुधार विधेयकों ध्वनि मत से पास करवाया लिया है। लेकिन आज बिल पास करवाते समय विपक्ष ने खूब हंगामा खड़ा किया। राजयसभा में हुड़दंग मचाया गया और राज्य सभा के डिप्टी चेयरमैन के साथ दुर्व्यवहार किया गया जिसे देखते हुए केंद्र सरकार के 6 मंत्रियों ने एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा आज राज्यसभा में कृषि से संबंधित 2 विधेयकों पर चर्चा चल रही थी उस समय राज्यसभा में जो हुआ वो जहां दुखद था, वहीं दुर्भाग्यपूर्ण था और उससे भी आगे जाकर मैं कहना चाहूंगा कि वो अत्यधिक शर्मनाक था।

राजनाथ सिंह ने कहा कि संसद की कार्यवाही चलाने के लिए जहां तक सत्ता पक्ष की आवश्यकता होती है वहीं पर विपक्ष का भी सहयोग आपेक्षित है। लेकिन किसानों में गलतफहमी पैदा करके केवल निहित राजनीतिक स्वार्थ को साधने की जो कोशिश की जा रही है, वो स्वस्थ्य लोकतांत्रिक परंपराओं के अनुकूल यह नहीं है। उन्होंने कहा कि कृषि के ये दोनों विधेयक किसान और कृषि इन दोनों के लिए ऐतिहासिक है। इसे लागू करने से स्वाभाविक रूप से किसानों की आमदनी बढ़ेगी। लेकिन किसानों के बीच गलतफहमी पैदा की जा रही है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि इन दोनों बिल से न तो APMC समाप्त हो रही है और न ही MSP समाप्त हो रही है। इससे पहले भी हमारी सरकार ने बराबर MSP बढ़ाया है। और जो वादा किया था कि किसानों की आमदनी को दोगुना करेंगे इस लक्ष्य को भी काफी हद तक कामयाब हुए हैं। राज्य सभा के डिप्टी चेयरमैन के साथ जो दुर्व्यवहार हुआ है उसे सारे देश ने देखा है। संसदीय परंपराओं में विश्वास रखने वाला कोई भी व्यक्ति आज इस प्रकार की घटना से आहत होगा।