राष्ट्र सैनिकों के बलिदान को कभी नहीं भूलेगा : राजनाथ सिंह

पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की सेना के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का पहला बयान सामने आया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा सैनिकों के जान कुर्बान करने की घटना को लेकर पूरे देश में गुस्से के बाद उन्होंने घाटी में जवानों की शहादत को दुखदायी बताया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। मेरी संवेदनाएं जान गंवाने वाले सैनिकों के परिवारों के साथ हैं। राष्ट्र इस कठिन घड़ी में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।

आज रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया गलवान में सैनिकों की क्षति परेशान करने वाली और दर्दनाक है। हमारे सैनिकों ने अनुकरणीय साहस और वीरता का प्रदर्शन किया और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं में अपने जीवन का बलिदान दिया। उन्होंने आगे लिखा राष्ट्र उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। मेरी संवेदनाएं जान गंवाने वाले सैनिकों के परिवारों के साथ हैं। राष्ट्र इस कठिन घड़ी में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हमें भारत के बहादुरों की बहादुरी और साहस पर गर्व है।

बतादें कि LAC पर लगातार कई दिनों से तनाव चल रहा है। बातचीत की कोशिशें भी चल रही हैं। लेकिन इसी बीच LAC पर हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद चीन के 43 फौजी मारे गए। चीन की ओर से की गई झड़प में भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की सेना के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने की पुष्टि की।

LAC पर हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद चीन के 43 फौजी मारे गए। बतादें कि इस झड़प में चीनी सेना का भी खूब नुकशान हुआ है। ANI के मुताबिक चीनी सेना के भी 43 सैनिक मारे गए हैं। लेकिन चीन इस बात को छुपा रहा है। अभी तक चीन की ओर से इसकी पुस्टि नहीं की गई है। लेकिन पूरा दिन चीन के जहाज LAC के आस पास देखे गए। सूत्रों के मुताबिक ये चीन के सैनिकों के लाशों को ठिकाने लगा रहे थे।

इस घटना के बारे में सेना की ओर से कहा गया है कि 15 जून की रात को गलवान घाटी इलाके में हिंसक झड़प हुई थी. इस घटना में 20 सैनिक शहीद हुए हैं। गलवान घाटी में तनाव कम करने की प्रक्रिया जारी है लेकिन इसी दौरान झड़पों में दोनों पक्षों के सैनिक हताहत हुए हैं। सेना ने कहा है कि स्थिति को गंभीर होने से रोकने के लिए दोनों पक्षों के वरिष्‍ठ सैन्‍य अधिकारी इस समय बातचीत कर रहे हैं।

इस घटना के सामने आने के बाद पूरा दिन हाई लेवल मीटिंग्स का दौर जारी रहा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने विदेश मंत्री डॉक्‍टर एस जयशंकर, चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। इसके बाद उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी को इस बारे में जानकारी दी।