श्री राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद योगी आदित्यनाथ ने सम्बोधित किया

श्री राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद योगी आदित्यनाथ ने सम्बोधित करते हुए कहा कि जिस अवधपुरी का अनुभव करने के लिए सनातन धर्मावलंबी और भारत से शुभेच्छा रखने वाले विश्व के विभिन्न देशों में निवासरत महानुभाव पांच शताब्दियों से प्रतीक्षारत थे। आज 500 वर्षों की इस बहुप्रतीक्षित तिथि में उनकी उपस्थिति अयोध्या धाम में हुई, इसके लिए प्रदेशवासियों की ओर से प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अवधपुरी के बारे में हम सबने जो सपना देखा है, तीन वर्ष पूर्व अयोध्या दीपोत्सव आयोजन में उसका प्रतिबिंब सभी ने अनुभव किया होगा। श्री राम जन्मभूमि मंदिर भूमिपूजन के रूप में आज उस स्वप्न के साकार होने का सुअवसर है। शताब्दियों के व्रत की पूर्णाहुति का अवसर है। उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि की मुक्ति के लिए बड़ा और कड़ा संघर्ष हुआ है। पांच सौ वर्षों तक साधना हुई है। इस प्रकरण की सुखद परिणति ने पूरे विश्व को यह बताया है कि लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास करते हुए संविधान सम्मत विधि से भी समस्याओं का सर्वमान्य शांतिपूर्ण समाधान किया जा सकता है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं उन सभी पूज्य धर्माचार्यों व महानुभावों का भी हृदय से स्वागत और अभिनंदन करता हूं, जिनकी हम प्रत्यक्ष अनुभूति तो कर रहे हैं, लेकिन वह प्रत्यक्ष रूप से इस कार्यक्रम में सहभागी नहीं बन पा रहे हैं क्योंकि वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जो पूरे देश की लड़ाई चल रही है। भारत सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के प्रोटोकॉल के अनुसार सीमित संख्या में ही अतिथियों का आमंत्रण हो सकता था। उसका पालन करते हुए भी हमें इस ऐतिहासिक तिथि को देश व दुनिया के सामने प्रस्तुत करना है, इस भाव के साथ मैं उन सभी महानुभावों का हृदय से स्वागत करता हूं। उन सबको किसी न किसी रूप में हम आने वाले समय में सहभागी बनाने हेतु कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे ताकि उनकी प्रत्यक्ष अनुभूति अयोध्या में हो सके और अवधपुरी को जो गौरव मिलना चाहिए उसे हम आगे बढ़ा सकें।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का दिन हम सबके लिए एक भावनात्मक दिन है। यह हमारे लिए उमंग और उत्साह का दिन भी है। हम सबके लिए यह दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है कि यहां पर आज हमारे विचार परिवार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आदरणीय सरसंघचालक डॉ. मोहन राव भागवत जी का सान्निध्य हम सबको प्राप्त हो रहा है। मैं उनका अवधपुरी की इस धरती पर हृदय से स्वागत व अभिनंदन करता हूं। मैं इस अवसर पर अपने सभी पूज्य धर्माचार्यों, पूज्य संतों का भी हृदय से स्वागत व अभिनंदन करता हूं, जो आज उ.प्र. की इस धरती पर संपूर्ण कार्यक्रम में इसके साक्षी बन रहे हैं।