बादल फटने से चमोली, अल्मोड़ा जिलों में तबाही, प्रशासन का अलर्ट जारी
आसमान से आग के गोले बरस रहे हैं और पूरा उत्तर भारत भीषण गर्मी की चपेट में है. दिन के 24 घंटे में एक या दो घंटे ही ऐसे होते हैं जब लोगों को थोड़ी राहत मिलती हुई नजर आती है. लेकिन गर्मी का सितम जारी है. गर्मी से बचने के लिए लोग अलग अलग तरह की कवायद कर रहे हैं ये बात अलग है कि कोई खास राहत मिलती हुई नजर नहीं आ रही है. इन सबके बीच उत्तराखंड के अल्मोड़ा की एक ऐसी तस्वीर आई है, जिसने फिर से लोगों को परेशान कर दिया है. उत्तरखण्ड के अल्मोड़ा के चैखुटिया क्षेत्र के खीड़ा के पास देर शाम बादल फटने से जान और माल का नुकसान हुआ है. द्वाराहाट विधानसभा के खीड़ा क्षेत्र में अचानक बारिश आने के बाद बादल फटा जिसमें एक व्यक्ति लापाता है. जबकि 8 से अधिक मकानों में मलुआ और पानी घुसने से 1 मकान पूरी तरह जबकि 4 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है.
बादल फटने के बाद इलाके में मची अफरा-तफरी
बादल फटने के बाद खीड़ा क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई. भारी मात्रा में पानी और मलुआ घुसने के बाद कई लोगों ने भाग कर जान बचाई. वहीं मौके पर एसडीआरएफ, आपदा और पुलिस की टीम पहुंच गई है और नुकसान का आंकलन के साथ राहत पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. वहीं बादल फटने के बाद रामगंगा नदी में भारी मलुआ और पानी भर आया.
लेकिन जिस तरह से नदी में मलबे के साथ पानी का बहाव है उसे देखकर ये कहा जा सकता है कि आने वाले समय में लैंड स्लाइड का खतरा बढ़ सकता है. उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में पारा 45 डिग्री के पार है. रविवार को राजस्थान के श्रीगंगानगर में पारा 50 डिग्री के करीब था तो यूपी के इलाहाबाद में पारा 48 डिग्री को टच कर रहा था.
मौसम के जानकारों का कहना है कि पश्चिमी हवाओं की वजह से वातावरण शुष्क बना हुआ है और यह हालात अगले एक हफ्ते तक बनी रहेगी. इसके साथ ही मौसम विशेषज्ञ बता रहे हैं कि बंगाल की खाड़ी से पूर्वी हवाओं की एक शाखा धीरे धीरे उत्तर और पश्चिम भारत के अलग अलग राज्यों में दस्तक देने को तैयार है जिसकी वजह से रात के समय में तपीश में थोड़ी कमी दर्ज की जाएगी.