भारत की महान विभूतियों जागो “इतिहास ही नहीं भूगोल भी बदलेगा “
अभी हाल के दिनों में धारा 370 परिवर्तन एवं श्री रामजन्म भूमि का फैसला एक ऐतिहासिक कार्य था. इसके पहले इस कार्य की भारत में कल्पना करना अपनी शामत बुलाना था, लेकिन वह हो गया क्योंकि उसे होना था युगदृष्टा वेदमूर्ति तपोनिष्ट महान स्वतंत्रता सैनानी पंडित श्री राम शर्मा आचार्य जी “जिन्हे अन्य स्वंत्रता सैनानी “श्री राम मत्त ” के नाम से पुकारते थे , उन्होंने अपनी भविष्य वाणियों में कहा है की युग बदल रहा है। देश की गुलामी वाली संस्कृति और सभ्यता ही नहीं इतिहास और भूगोल भी बदलेगा देशों की सीमाएं टूटेंगी। उन्होंने “समस्त विश्व को भारत के अजश्र अनुदान ” नामक पुस्तक में पाकिस्तान का नाम न लेते हुए उसे “भारत का दुर्भाग्य” कहा है. अभी तो भारत माता के माथे का कलंक “PKO ” का भारत में विलय होना बाकी ही है।
भारत के जो राजनेता, कलाकार, वैज्ञानिक, साहित्यकार, पूँजीपति जैसी महान बिभूतियाँ गुलामी के गीत गा कर, देश के लोगों को धमकाकर मानसिक गुलाम बनाये रखना चाहते रहे हैं , वे सावधान हो जाएँ, जागें। अब उन्हें भारतीय संस्कृति, मानवीय संस्कृति को विश्व् संस्कृति के रूप में प्रतिष्ठित होते हुए देखना चाहिए। क्योंकि यह आगे होकर रहेगा , इसे कोई रोक नहीं सकता है. इसलिए भारत की महान विभूतियों को विधंस में न लगकर उन्हें राष्ट्र निर्माण में लगना चाहिए राष्ट्र में आने वाली नैतिक पीढ़ी ही इन महान संभावनाओं को साकार करेगी। राष्ट्र की युवा पीढ़ी इन महान विभूतियों से अपेक्षा लगाए खड़ी है कि मुझे गढ़ने के लिए उन महान विभूतियों के हाथ कबतक मेरे पास पहुंचेंगे जिससे हम उन महान संभावनाओं को साकार कर सकेंगे.