- गर्भवती ब्राह्मण महिला पर हुआ जानलेवा हमला न्याय दिलाने कि बजाय पुलिस ने पीड़ित पर ही दर्ज किया एससी एसटी एक्ट में मुकदमा
- ठाकुर ब्राह्मण वाद में फंस गया ब्राह्मण
- हाईकोर्ट ने निकाय चुनावों को बिना ओबीसी आरक्षण के कराने को कहा योगी बोले आरक्षण के बाद होंगे चुनाव
- नई दिल्ली में वीर बाल दिवस कार्यक्रम में जानिए क्या बोले पीएम मोदी
- प्रधानमंत्री ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से बात की
लद्दाख दौरे पर बोले रक्षा मंत्री भारत की एक इंच जमीन को भी दुनिया की कोई ताकत छू नहीं सकती
भारत और चीन सीमा LAC पर चल रहे तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज पूर्वी लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा किया। दौरे के बाद वे श्रीनगर के लिए रवाना हो गये हैं। भारत और चीन के बीच विवाद शुरू होने के बाद यह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का पहला दौरा है। इस दौरान भारतीय सशस्त्र बलों के सैनिकों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाणे की मौजूदगी में स्टाकना (लेह) में पैरा ड्रापिंग अभ्यास किया।
सेना के जवानों से बात करने हुए राजनाथ सिंह ने कहा आज सुबह लद्दाख़ पहुँच कर सीमावर्ती इलाक़ों का दौरा किया और लुकुंग चौकी पर जाकर भारतीय सेना के जाँबाज़ जवानों एवं अधिकारियों के दर्शन करते हुए उनसे बातचीत करने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि आज आपसे मिलकर मुझे खुशी हो रही है तो मन में एक पीड़ा भी है, हाल ही में भारत और चीन सैनिकों के बीच जो भी कुछ हुआ, उसमें हमारे कुछ जवानों ने अपना बलिदान देते हए अपनी सीमा की रक्षा की। उन्हें खोने का गम और आपसे मिलने की खुशी है, मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
सेना के जवानों से बात करने हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और चीन की सेना के जवानों के बीच हाल में जो कुछ हुआ मैं ये कह सकता हूं कि आप लोगों ने केवल भारत की सीमा की सुरक्षा नहीं की है बल्कि 130 करोड़ भारतवासियों के सम्मान की सुरक्षा भी की है। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी अब तक बातचीत की प्रगति हुई है, उससे मामला हल होना चाहिए। कहाँ तक हल होगा इसकी गारंटी नहीं दे सकता। लेकिन इतना यक़ीन मैं ज़रूर दिलाना चाहता हूँ कि भारत की एक इंच ज़मीन भी दुनिया की कोई ताक़त छू नहीं सकती, उस पर कोई कब्ज़ा नहीं कर सकता।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत दुनिया का इकलौता देश है जिसने सारे विश्व को शांति का संदेश दिया है। हमने किसी भी देश पर कभी आक्रमण नहीं किया है और न ही किसी देश की ज़मीन पर हमने क़ब्ज़ा किया है। भारत ने वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश दिया है। हम अशांति नहीं चाहते हम शांति चाहते हैं।हमारा चरित्र रहा है कि हमने किसी भी देश के स्वाभिमान पर चोट मारने की कभी कोशिश नहीं की है।भारत के स्वाभिमान पर यदि चोट पहुँचाने की कोशिश की गई तो हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे और मुंहतोड़ जवाब देंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना के ऊपर हमें नाज़ है। मैं जवानों के बीच आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। हमारे जवानों ने शहादत दी है। इसका ग़म १३० करोड़ भारतवासियों को भी है। भारत का नेतृत्व सशक्त है। हमें श्री नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री मिला है। फ़ैसला लेने वाला प्रधानमंत्री मिला है। उन्होंने कहा कि यदि हम आज लद्दाख़ में खड़े हैं तो आज के दिन मैं कारगिल युद्द में भारत की सीमाओं की अपने प्राणों की बाज़ी लगाकर रक्षा करने वाले बहादुर सैनिकों को भी स्मरण एवं नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।
[…] Source link […]