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समाजवादी पार्टी ने शिवपाल यादव और ओ.पी. राजभर से गठबंधन तोड़ा
समाजवादी पार्टी ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव और SBSP प्रमुख ओ.पी. राजभर को पत्र जारी करते हुए कहा, “… अगर आपको लगता है, कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो वहां जाने के लिए आप स्वतन्त्र हैं।” बतादें कि राष्ट्रपति के चुनाव में शिवपाल यादव और ओ.पी. राजभर ने द्रौपदी मुर्मू को सपोर्ट किया था जिसको लेकर अखिलेश यादव इनसे नाराज चल रहे थे। इसके अलावां भी शिवपाल यादव और ओ.पी. राजभर लगातार अखिलेश यादव को लेकर अपने बयानों जरिये घेरते रहते थे। शायद इसीलिए अखिलेश यादव ने इनके खिलाफ यह कदम उठाया है।
इस खबर के आने के बाद SBSP प्रमुख ओ.पी. राजभर ने कहा कि आज उन्होंने(समाजवादी पार्टी) तलाक दिया है, हमने कबूल कर लिया है और अब हमारी प्राथमिकता में बहुजन समाजवादी पार्टी है। समाजवादी पार्टी के साथ मैं अति पिछड़ा, अति दलित, वंछित समाज की लड़ाई लड़ने के लिए गया था। पहले चरण के चुनाव में मैंने कहा कि अति पिछड़ो को टिकट दें लेकिन उन्हें हमारी बात नहीं समझ में आई। उनको बूरा लगा कि ये हमारे सूर में सूर मिलाकर बात करें। लेकिन मैंने किसी के सूर में सूर मिलाकर बोलने के लिए पार्टी नहीं बनाई है।
इस मामले को लेकर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मैं वैसे तो सदैव से ही स्वतंत्र था, लेकिन समाजवादी पार्टी द्वारा पत्र जारी कर मुझे औपचारिक स्वतंत्रता देने हेतु सहृदय धन्यवाद। राजनीतिक यात्रा में सिद्धांतों एवं सम्मान से समझौता अस्वीकार्य है।