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हाथरस मामले की जांच के लिए SIT को मिला और 10 दिन समय आज देनी थी रिपोर्ट

हाथरस मामले की जाँच कर रही तीन सदस्यीय एसआईटी की टीम को और 10 दिन का समय मिल गया है। योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की जाँच के लिए एसआईटी गठित की थी। और इसे 7 दिन का समय दिया था। एसआईटी को 7 दिनों में जाँच पूरी कर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौपनी थी जिसका समय आज पूरा हो रहा था। लेकिन एसआईटी की जाँच अभी पूरी नहीं हुई है। इसलिए एसआईटी ने जाँच के लिए और 10 दिनों का समय माँगा था। जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा स्वीकार कर लिया गया है।
एसआईटी की टीम पीड़िता के गांव जा कर लगातार बयान दर्ज कर रही हैं। एसआईटी ने अबतक पीड़ित परिवार के सभी लोगों का बयां दर्ज कर लिया है इसके अलावां गवाहों और उनके पड़ोसियों का भी बयान दर्ज किया है। सूत्रों की मने तो इस मामले में अबतक एसआईटी ने 100 से अधिक लोगों के बयां दर्ज किये हैं।
एसआईटी की टीम ने घटना स्थल का भी दौरा किया है। वंहा से फारेंसिक की टीम के साथ साक्ष्य भी जुटाए हैं। इसके अलावां जंहा पर पीड़िता का दाह संस्कार किया गया था उस जगह की भी दौरा किया है। फोरेंसिक की टीम ने वंहा से भी सैंपल लिए हैं। एसआईटी की टीम लगातार इस मामले की जाँच में जुटी हुई है। वो ये नहीं चाहती की किसी प्रकार का कोई लुपोल छूटे जिससे अपराधी बच जाएँ। इसीलिए एसआईटी की टीम ने और समय की मांग की थी जिसे अब मंजूरी मिल गई है।
बतादें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने SIT की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर विक्रांत वीर, सीओ राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, और कुछ अन्य अधिकारियों को निलंबित करने का निर्देश दिया था। इसके साथ ही थाने के सभी पुलिसकर्मियों, वादी, प्रतिवादी सभी का होगा पॉलीग्राफी टेस्ट कराने के निर्देश दिए थे।
बतादें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने द्वारा हाथरस की घटना पर जांच के लिए तीन सदस्यीय SIT गठित की गई थी जिसमें अध्यक्ष सचिव गृह भगवान स्वरूप एवं चंद्रप्रकाश, पुलिस उपमहानिरीक्षक व पूनम, सेनानायक पीएसी आगरा सदस्य होंगे। SIT की टीम को अपनी रिपोर्ट 7 दिन में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए थे।