अयोध्या में 5 अगस्त को राममंदिर के भूमिपूजन में पीएम मोदी के साथ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत बाबा रामदेव गायत्री परिवार के प्रमुख प्रणव पांड्या रहेंगे मौजूद

लंबे इंतजार के बाद अयोध्या में राम मंदिर बनने का समय अब आ गया है। अयोध्या में 5 अगस्त को श्री राम जन्म भूमि मंदिर का भूमि पूजन प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया जायेगा। सुप्रिम कोर्ट के फैसले के बाद से लगातार वंहा पर तैयारियां चल रही थी। कोरोना की वजह से भी कुछ लेट हुआ। लेकिन आखिरकार वह दिन आ ही गया जब करोंङो लोगों की इच्छा पूरी होने जा रही है।

भूमि पूजन में शामिल होने के लिए देश भर के गणमान्य लोगों को बुलाया जा रहा है। लेकि यह ध्यान रखा जा रहा है की कोरोना को वजह से लोगों भीड़ न इकठ्ठी हो। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी से अपील की है की लोग अयोध्या न आये। सभी लोग भूमिपूजन के कार्यक्रम को अपने घरों पर रहकर दूरदर्शन पर देखें। बतादें कि भूमिपूजन के कार्यक्रम को दूरदर्शन पर लाइव टेलीकास्ट किया जायेगा।

केवल कुछ खास लोगों को अयोध्या बुलाया जा रहा है जिनमे योग गुरु बाबा रामदेव, गायत्री परिवार के प्रमुख प्रणव पांड्या, कबीर पंथ के प्रमुख को साथ ही रामकृष्ण मिशन, केरल की मां अमृतानंदमयी, अशोक सिंघल के भतीजे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत और संघ के कुछ अन्य पदाधिकारियों के अलावा विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के कुछ प्रमुख नेताओं को भी बुलाया जा रहा है।

राम मंदिर के भूमि पूजन के कार्यक्रम में गंगा जमुनी तहजीब की पूरी झलक दिखाई देगी क्यों कि इस कार्यक्रम में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जफर फारूखी, अयोध्या के समाजसेवी पद्म श्री मोहम्मद शरीफ, बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी को भी आमंत्रित किया गया है। सूत्रों की मानें तो श्री राम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन में सभी धर्मों, पंथों, सनातन धर्म के शंकराचार्यों के अलावा सूफी संप्रदायों के प्रमुखों को भी आमंत्रित किया गया है. इनमें ईसाई, जैन, सिख, मुस्लिम, बौद्ध धर्म के प्रतिनिधियों बुलाया गया है।

बतादें कि अयोध्या में इस समय राममंदिर के भूमि पूजन की तैयारियां जोरों पर हैं। पूरी अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश की सरकार इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार के ग्रह सचिव अवनीश अवस्थी ने खुद अयोध्या पहुंच कर सारी जिम्मेदारी सम्हाली है। राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम से पहले अयोध्या में सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है। महंत रामप्रवेश दास ने बताया,” इस तैयारियों से ऐसा लग रहा है जैसे हम त्रेता युग में हैं। हम सबको प्रसन्नता है कि अयोध्या में राम मंदिर की नीव पड़ने जा रही है।”

राम मंदिर के भूमिपूजन से पहले अयोध्या में सैनिटाइजेशन का काम हो रहा है। इस काम में उत्तर प्रदेश फायर सर्विस की मदद ली जा रही है। फायर सर्विस के सब इंस्पेक्टर प्रदीप पांडे ने बताया-“इस काम में फायर सर्विस की 10-15 गाडियां लगी हैं।”

दीपक कुमार, आयोध्या के ​DIG ने बताया कि 5 अगस्त को होने वाले राममंदिर के भूमिपूजन में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय बना कर प्रधानमंत्री जी को सुरक्षा दी जाएगी। हम लोग सब जगह कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं, कोविड प्रोटोकॉल के चलते हम 5 से ज़्यादा लोगों को इकट्ठा होने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि शहर की दुकानें खुली रहेंगी। बाहर के लोग भूमिपूजन के दिन अयोध्या में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। हम लोग 12 जगह पर बैरिकेडिंग लगा रहे हैं।