कर्मचारियों का DA कटने पर सरकार पर भड़के राहुल, प्रियंका

केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को दिए जाने वाला महंगाई भत्ता रोकने का फैसला किया है. सरकार ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से सरकार पर पड़े आर्थिक बोझ के कारण ये फैसला लिया गया है. ये रोक जून 2021 तक लागू रहेगी। इस फैसले के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी राज्य के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता रोकने का फैसला किया इसे देखते हुए प्रियंका गाँधी सरकारों पर भड़क गई।

प्रियंका गाँधी नेसरकारी कर्मचारियों के समर्थन में ट्वीट क्र लिखा ” सरकारी कर्मचारियों का DA किस तर्क से काटा जा रहा है? जबकि इस दौर में उनपर काम का दबाव कई गुना हो गया है। दिन रात सेवा कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों और पुलिसकर्मियों का भी DA कटने का क्या औचित्य है? तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को इससे बहुत कष्ट है।

पेन्शन पर निर्भर लोगों को यह चोट क्यों मारी जा रही है? सरकारें अपने अनाप शनाप खर्चे क्यों नहीं बंद करतीं? सरकारी व्यय में 30% कटौती क्यों नहीं घोषित की जाती? सवा लाख करोड़ की बुलेट ट्रेन परियोजना, 20,000 करोड़ की नई संसद भवन परियोजना जैसे गैरजरूरी खर्चों पर रोक क्यों नहीं लगती?”

बतादें कि इससे पहले राहुल गाँधी ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा था। उन्होंने कहा था कि महंगाई भत्ता(DA)काटना सरकार का असंवेदनशील तथा अमानवीय निर्णय है।

राहुल गाँधी ने ट्वीट कर लिखा था कि “लाखों करोड़ की बुलेट ट्रेन परियोजना और केंद्रीय विस्टा सौंदर्यीकरण परियोजना को निलंबित करने की बजाय कोरोना से जूझ कर जनता की सेवा कर रहे केंद्रीय कर्मचारियों, पेंशन भोगियों और देश के जवानों का महंगाई भत्ता(DA)काटना सरकार का असंवेदनशील तथा अमानवीय निर्णय है।”