कश्मीर में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से 16 लोगों की मौत

कश्मीर में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम को बादल फटने से अबतक 16 लोगों की मौत की आधिकारिक पुष्टि हुई है। 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं जबकि लगभग 40 से अधिक लोग लापता बताये जा रहे हैं। भारतीय सेना द्वारा चलाये जा रहे राहत बचाव के जरिये अबतक लगभग 15000 लोगों सुरक्षित निकाल लिया गया है। ITBP, भारतीय सेना, NDRF, SDRF और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर लापता लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं। आज सुबह सारे शवों को बालटाल भेजा गया है। अबतक सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। पैदल यात्रा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि आज सुबह बादल फटने की घटना के बाद प्रभावितों को निकालने के लिए सेना के जवान नीलग्रार के बालटाल पहुंचे।
नोडल चिकित्सा अधिकारी मेजर पंकज कुमार ने बताया, “10 मरीज आए थे जिनको हमने प्राथमिक चिकित्सा देकर बालटाल अस्पताल भेजा है। हमारे पास असल आंकड़े नहीं है।”

अतुल करवाल DG NDRF ने बताया कि अबतक 16 लोगों के मृत्यु की खबर है और 40 के आसपास लोग लापता हैं। रात साढ़े 4 बजे तक रेस्क्यू का काम चला फिर बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोका गया वापस सुबह 6 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। अमरनाथ में बादल फटने के बाद अब तक 29 लोगों को बचाया गया है जिनमें से 9 गंभीर रूप से घायल हैं।

आईटीबीपी के प्रवक्ता पीआरओ विवेक कुमार पांडे ने कहा पवित्र गुफा से पंजतरणी का 6 किमी का इलाका है। हम लगभग 15,000 लोगों को पंजतरणी में लेकर आए हैं। उन्हें खाना शेल्टर, आदी मुहैया कराया जा रहा है। हमने रात में ही सभी लोगों को रास्ते से बचा लिया था। स्थानीय प्रशासन से हमें सूचना मिली है कि करीब 30-40 लोग अभी गुमशुदा हो सकते हैं। हमने ITBP, भारतीय सेना, NDRF, SDRF और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। गुफा वाले इलाके से हमें कई गुमशुदा लोग मिल सकते हैं। यात्रा फिलहाल के लिए रोक दी गई है। लोगों को हम सलाह दे रहे हैं कि वह ऊपर न जाए। सभी यात्री सुरक्षित हैं और चिंता की बात नहीं है। दोपहर बाद काफी हद तक स्थिति सामान्य होने की संभावना है और अगर प्रशासन निर्णय लेगा तो यात्रा फिर से शुरू कर सकते हैं।

बतादें कि इस घटना पर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया है। इसके साथ ही पीएम मोदी और अमित शाह ने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात कर पूरे मामले की जानकारी ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट किया, “जम्मू-कश्मीर एलजी मनोज सिन्हा से बात की और स्थिति का जायजा लिया। बचाव और राहत अभियान जारी है। प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।

गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि बाबा अमरनाथ जी की गुफा के पास बादल फटने से आयी फ्लैश फ्लड के संबंध में मैंने LG श्री मनोज सिन्हा जी से बात कर स्थिति की जानकारी ली है। NDRF, CRPF, BSF और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में लगे हैं। लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। सभी श्रद्धालुओं की कुशलता की कामना करता हूँ।

बतादें कि न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक अमरनाथ गुफा की निचली पहुंच में शाम करीब 5.30 बजे बादल फटने की सूचना मिली थी। जम्मू-कश्मीर बादल फटने से अमरनाथ धाम के कुछ लंगर प्रभावित हुए। घायलों को बचाने के लिए हेलिकॉप्टर रवाना किया गया है। आईटीबीपी की ओर से कहा गया है कि काफी देर से बारिश हो रही थी तभी गुफा के ऊपरी हिस्से से पानी आने लगा और धीरे-धीरे पानी आना तेज़ होने लगा। हमने तुरंत ही सभी एजेंसी को अलर्ट किया। इस बार हम पहले से अलर्ट थे। वहां श्रद्धालुओं के टेंट लगे थे और सुरक्षा बलों के भी टेंट लगे हुए थे। सभी को अलर्ट किया गया। काफी लोगों को वहां से निकाला गया जिससे कई लोगों को बचाया भी गया है। हमने अभी स्थिति को देखते हुए यात्रा रोकने का निर्णय लिया गया है।