कांग्रेस ने सचिन सचिन पॉयलट को अध्यक्ष और उप मुख्‍यमंत्री के पद से हटाया

राजस्‍थान में राजनीतिक संकटलगातार बढ़ता ही जा रहा है। कांग्रेस पार्टी सचिन पॉयलट को नाकाम रही। आज विधायक दल की मीटिंग में सचिन पॉयलट और उनके सहयोगी मंत्री नहीं पहुंचे जिसके बाद गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल से सचिन पायलट, रमेश मीणा और विश्‍वेन्‍द्र सिहं को हटाने के लिए मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य पाल को प्रस्‍ताव भेजा जिसे राज्‍यपाल कलराज मिश्र ने स्‍वीकार कर भी कर लिया है। साथ ही सचिन पायलट को पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष पद से भी हटाया गया है। उनकी जगह गोविंद डोटासरा को प्रदेश अध्‍यक्ष पद की कमान मिली है।

बतादें की राजस्थान की गहलोत सरकार में सचिन पॉयलट को उप मुख्‍यमंत्री, विश्‍वेन्‍द्र सिंह को पर्यटन मंत्री और रमेश मीणा को खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री का पद मिला हुआ था। जिससे आज उन्हें हटाया गया है। राजस्थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पिछले 6 महीने से भारतीय जनता पार्टी राजस्‍थान में उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। बीजेपी उनके कुछ सहयोगियों को गुमराह कर रही है।

कांग्रेस पार्टी के प्रवक्‍ता रणदीप सुरजेवाला ने आज पार्टी के विधायक दल की बैठक की जिसके बाद उन्होंने कहा कि सचिन पायलट को पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष पद से हटा दिया गया। उनकी जगह गोविंद डोटासरा नए पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष बनाये गए हैं।

राजस्थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सचिन पॉयलट का रवैया रहा है 6 महीने से “आ बैल मुझे मार” जैसा रहा है। रोज ट्वीट करना स्टेटमेंट देना। उन्होंने कहा कि विधायकों के साथ मैंने कोई भेदभाव नहीं किया। खुशी किसी को नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी उनकी भाजपा के साथ नजदीकियां बढ़ चुकी हैं।

गहलोत ने कहा कि आखिरकार मजबूरी में हाई कमांड को फैसला करना पड़ा क्योंकि काफी समय से भाजपा षड़यंत्र कर रही थी। हम जानते थे कि ये षड़यंत्र बहुत बड़ा है होर्स ट्रडिंग हो रही है। ये स्थिति उसी वजह से पैदा हुई है। हमारे कुछ साथी गुमराह होकर दिल्ली चले गए। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट के हाथ में कुछ भी नहीं है, जो पूरा कुनबा है वो भाजपा के हाथ में खेल रहा है। रिजॉर्ट बुक किया गया है, सारी व्यवस्था भाजपा की है। जो टीम पहले मध्य प्रदेश में व्यवस्था कर रही थी वही टीम इस बार व्यवस्था कर रही है। उनका जो

इस घटना के बाद सचिन पायलट ने ट्वीट किया: “सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं”

राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि मैं राजस्थान के मुख्यमंत्री जी से और राज्यपाल से निवेदन करना चाहता हूं, ये सरकार आज के दिन अल्पमत की सरकार है, अगर केवल सरकार को टिकाए रखने के लिए मंत्रिमंडल के झुनझुने बांटने का काम करेंगे तो ये लोकतंत्र के साथ न्याय नहीं है।