कृषि विधेयकों के खिलाफ 2 अक्टूबर कांग्रेस पार्टी पूरे देश में करेगी प्रदर्शन

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मिडिया से बात करते हुए कहा कि 2 अक्टूबर को पूरे हिन्दुस्तान की हर विधानसभा में, हर जिले में, कांग्रेस पार्टी के जिला प्रधान, ब्लॉक प्रधान, मंत्रीगठ, सांसद, विधायक, हमारे उम्मीदवार और कांग्रेस कार्यकर्ता धरणा प्रदर्शन करेंगे और इन कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ ज्ञापन देंगे।

रणदीप सुरजेवाला ने की अगले 4 दिनों मे राज्यपाल महोदयों को हमारे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, विपक्ष के नेता, सभी मुख्यमंत्री, प्रमुख कांग्रेस नेताओं के साथ कांग्रेस कार्यालयों या गांधी जी की मूर्ति से राजभवनों तक एक प्रोटेस्ट मार्च करेंगे और मांग रखेंगे कि ये 3 काले कानून वापस लिए जाएं।

बतादें कि पूरा कांग्रेस पार्टी लगातार कृषि विधेयकों का विरोध कर रही है। कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गाँधी ने लगातार कई ट्वीट कर इन विधेयकों का विरोध किया है। राहुल गाँधी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि जो किसान धरती से सोना उगाता है, मोदी सरकार का घमंड उसे ख़ून के आँसू रुलाता है। राज्यसभा में आज जिस तरह कृषि विधेयक के रूप में सरकार ने किसानों के ख़िलाफ़ मौत का फ़रमान निकाला, उससे लोकतंत्र शर्मिंदा है।

राहुल गाँधी ने अपने एक और ट्वीट में लिखा मोदी सरकार के कृषि-विरोधी ‘काले क़ानून’ से किसानों को:

1. APMC/किसान मार्केट ख़त्म होने पर MSP कैसे मिलेगा?
2. MSP की गारंटी क्यों नहीं?

मोदी जी किसानों को पूँजीपतियों का ‘ग़ुलाम’ बना रहे हैं जिसे देश कभी सफल नहीं होने देगा।

राहुल गाँधी ने अपने एक और ट्वीट में लिखा किसान का मोदी सरकार से विश्वास उठ चुका है क्यूँकि शुरू से मोदी जी की कथनी और करनी में फ़र्क़ रहा है- नोटबंदी, ग़लत GST और डीज़ल पर भारी टैक्स। जागृत किसान जानता है- कृषि विधेयक से मोदी सरकार बढ़ाएगी अपने ‘मित्रों’ का व्यापार और करेगी किसान की रोज़ी-रोटी पर वार।

राहुल गाँधी ने अपने एक और ट्वीट में लिखा मोदी जी ने किसानों की आय दुगनी करने का वादा किया था। लेकिन मोदी सरकार के ‘काले’ क़ानून किसान-खेतिहर मज़दूर का आर्थिक शोषण करने के लिए बनाए जा रहे हैं। ये ‘ज़मींदारी’ का नया रूप है और मोदी जी के कुछ ‘मित्र’ नए भारत के ‘ज़मींदार’ होंगे।
कृषि मंडी हटी, देश की खाद्य सुरक्षा मिटी।