कोरोना से बचाव के लिए परामर्श

भारत सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए परामर्श जारी करते हुए कहा है कि 22 मार्च 2020 से एक सप्ताह के लिए भारत में किसी भी पूर्व-निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री विमान को उतरने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

· राज्य सरकारें उचित दिशा-निर्देश जारी करेंगी ताकि जन प्रतिनिधियों / सरकार को छोड़कर नौकरों/ चिकित्सा पेशेवरों को छोड़कर 65 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिक (चिकित्सा सहायता के अलावा) घर पर रहें।

· इसी तरह, 10 वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों को घर पर रहने और बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जानी चाहिए।

· रेलवे और नागरिक उड्डयन छात्रों, रोगियों तथा दिव्यांग श्रेणी को छोड़कर, सभी रियायती यात्रा को स्थगित देगा।

· राज्यों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे आपातकालीन/ आवश्यक सेवाओं में काम करने वालों को छोड़कर, निजी क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों के लिए घर से काम करने की प्रणाली लागू करें।

इसके अलावां भारत सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए परामर्श जारी करते हुए कहा है कि भीड़ को कम करने के लिए, केंद्र सरकार ग्रुप बी और सी के सभी कर्मचारियों को प्रत्येक एक सप्ताह के अंतराल पर कार्यालयों में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा और सभी कर्मचारियों के लिए समय निर्धारित किया जाएगा।

कोरोना से बचाव के लिए सरकार के कदम

कोरोना से बचाव के लिए सरकार के कदम। विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए विश्‍वविद्यालयों और उनसे संबद्ध कालेजों को 5 मार्च 2020 से 14 मार्च 2020 तक समय समय पर बचाव के उपायों पर परामर्श जारी करता रहा है।

इसी क्रम में यूजीसी की ओर से 18 मार्च को एक परामर्श जारी किया गया है। यह परामर्श मानव संसाधन विकास मंत्रालय के उच्‍च शिक्षा सचिव की ओर से जारी किया गया है। इसमें देश के सभी शिक्षण संस्‍थानों से कहा गया है कि वे कोरोना वायरस के फैलाव को देखते हुए पर्याप्‍त बचाव के उपाय करें। शिक्षण संस्‍थानों से निम्‍नलिखित एहतियात उपाय करने को कहा गया है :

कोरोना से बचाव के लिए सरकार के कदम

1. सभी विश्‍वविद्यालयों वे अपने यहां चल रही परीक्षाओं को स्‍थगित कर दें और इनकी तिथि 31 मार्च 2020 के बाद फिर से निर्धारित करें।

2. सभी मूल्‍यांकन प्रक्रियाएं भी स्‍थगित की जाएं और उनकी आगे की तिथि 31 मार्च 2020 के बाद तय की जाए।

3. सभी शिक्षण संस्‍थान अपने छात्रों और शिक्षकों के साथ इलेक्‍ट्रॉनिक माध्‍यमों से संपर्क बनाए रखें और उन्‍हें कोरोना संक्रमण के बारे में समुचित जानकारी देते रहें, ताकि शिक्षकों, छात्रों और उनके अभिभावकों में किसी तरह घबराहट न हो।

1. सभी शिक्षण संस्‍थान हेल्‍पलाइन नम्‍बर और ईमेल पते अपने छात्रों को उपलब्‍ध कराएं, ताकि वे इस पर संपर्क कर अपने प्रश्‍नों के जवाब पा सकें। All Educational

सभी विश्‍वविद्यालयों और कॉलेजों से अनुरोध किया गया है कि वे छात्रों, उनके अभिभावकों, शिक्षकों और कर्मचारियों को सलाह दें कि वे घबराए नहीं और कोरोना से निपटने के लिए सभी निवारक और एहतियाती उपाय करें।. ये सभी कोरोना से बचाव के लिए सरकार के कदम सरकार उठा रही है। सरकार लगातार देश के सभी जगहों पर नजर रख रही हैं कि पर भी किसी प्रकार की कठिनाई न आने पाए।