गृह मंत्रालय ने हिंदी दिवस पर विशेष कार्यशाला का आयोजन किया

आज का दिन हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है। जिसे देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा आज यहाँ नार्थ ब्लाक में हिंदी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि हमारे देश में अनेक भाषाएं बोली जाती हैं लेकिन हिंदी की सर्वव्यापकता को देखते हुए संविधान निर्माताओं ने इसे 14 सितंबर 1949 को संघ की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि हिंदी ने आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और देश के एक बड़े हिस्से में हिंदी भाषा बोली जाती है, संविधान द्वारा राजभाषा का दर्जा प्राप्त होने के कारण हिंदी का महत्व और बढ़ जाता है।

किशन रेड्डी ने यह भी कहा कि आज कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और गुजरात से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक हिंदी भाषा के जानने बोलने और समझने वाले मौजूद हैं, जो खुशी की बात है। आज हमारे प्रधानमंत्री हिंदी भाषा का प्रयोग कर देश का गौरव बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिंदी के सरल रूप में उपयोग करने की भी बात कही|

अपने सम्बोधन में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी कहते हैं कि भाषा की सरलता, सहजता और शालीनता अभिव्यक्ति को सार्थकता प्रदान करती है, हिंदी ने इन पहलुओं को खूबसूरती से समाहित किया है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह कहते हैं कि भारतीय सभ्यता की अविरल धारा प्रमुख रूप से हिंदी भाषा से जीवित और सरंक्षित हैं और हिंदी भाषा जीवन में व्यापकता लाती है। गृहमंत्री जी हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रहे हैं जिसके परिणाम स्वरूप गृह मंत्रालय में अधिकतर कार्य हिंदी में हो रहा है। राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय हिंदी में कार्य करने के लिए नई तकनीकी विकसित कर रहा है। उनका कहना था कि हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार में केंद्रीय सेवा के अधिकारियों की बहुत बड़ी भूमिका है।

गृह सचिव अजय भल्ला ने कार्यक्रम में कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय अस्मिता की पहचान है और देश की एकता में बड़ी भूमिका निभा रही है।अजय भल्ला ने यह भी कहा कि आज मीडिया के विभिन्न माध्यमों के द्वारा हिंदी का प्रयोग बढ़ा है जिससे देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंदी संपर्क भाषा और बोलचाल की भाषा के रूप में अधिक समृद्ध हुई है।

कार्यक्रम में बोलते हुए राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय के सचिव सुमीत जैरथ ने कहा कि सभी भाषाएँ मणि के समान हैं और हिंदी उनके बीच मुकुट मणि के रूप में शोभायमान है। जैरथ ने कहा कि राजभाषा नीति प्रेरणा, प्रोत्साहन और सद्भावना पर आधारित है इसलिए हिंदी दिवस के दिन मैं सभी से अनुरोध, आग्रह और आवाहन करना चाहूंगा कि सभी भाषाओं का सम्मान करते हुए अधिक से अधिक सरकारी काम मूल रूप से हिंदी में करें। इस मौके पर राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय द्वारा प्रकाशित पत्रिका राजभाषा भारती का विमोचन भी किया गया।