जेएनयू हिंसा मामले में किसने क्या कहा अभी तक क्या क्या हुआ देखिये

जाधवपुर यूनिवर्सिटी में बवाल, बीजेपी कार्यकर्ताओं और छात्रों पर बरसीं लाठियां

जेएनयू में हुई हिंसा के विरोध में कई विश्वविद्यालयों में प्रदर्शन हुए। मुंबई के गेटवे आफ इंडिया पर भी प्रदर्शन हुआ। इसी क्रम में कोलकाता की जाधवपुर यूनिवर्सिटी में भी प्रदर्शन हो रहा था की तभी बीजेपी की रैली निकली जिसके बाद दोनों गुटों में भिड़ंत हो गई जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया। इस दौरान पत्थरबाजी भी की गई और पुलिस के बैरिकेड भी तोड़े गए। स्थिति बेहद तनावपूर्ण बन गई। पुलिस ने हालात को संभालने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया।

JNU हिंसा मामले पर अखिलेश यादव ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस कहा, बीजेपी जानती है प्रोपेगंडा कैसे फैलाया जाता है, विश्वविद्यालयों को बीजेपी बरबाद करना चाहती है. बीजेपी कभी सत्य नहीं बोलती, झूठी पार्टी है बीजेपी. मुख्य सवालों से भागने के लिए बीजेपी ने दंगा करवाया

सोनिया गांधी ने कहा, “भारत के युवाओं और छात्रों की आवाज को हर रोज मजाक बनाया जा रहा है. सत्तारूढ़ मोदी सरकार ने पूरी सक्रियता के साथ गुंडों से भारत के युवाओं पर भयावह हिंसा कराई है, यह बहुत ही निराशाजनक और अस्वीकार्य है. दिल्ली में छात्रों और शिक्षकों पर कल हुए हमला बताता है कि सरकार असहमती की हर आवाज को दबा देगी.”

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ममता बनर्जी ने JNU हिंसा पर कहा, “यह बहुत ही परेशान करने वाला है, यह लोकतंत्र पर एक खतरनाक हमला है. जो कोई भी इनके खिलाफ बोलता है, उसे पाकिस्तानी और देश का दुश्मन करार दे दिया जाता है. हमने इससे पहले देश में ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी.”

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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने JNU में हुई हिंसा की तुलना 26/11 हमले से की ही. उन्होंने कहा, “इस हिंसा ने मुझे 26/11 के मुंबई आतंकी हमले की याद दिला दी है. यह पता लगाने की जरूरत है कि ये नकाबपोश हमलावर कौन थे? ” उन्होने आगे कहा, “देश भर में छात्रों के अंदर भय का माहौल है, हम सभी को एक साथ आकर उनमें आत्मविश्वास पैदा करने की जरूरत है.”

जेएनयू हिंसा मामले में एफआईआर दर्ज कुछ आरोपियों की पहचान हुई

जेएनयू हिंसा मामले की जांच दिल्ली की क्राइम ब्रांच करेगी । दिल्ली पुलिस ने जेएनयू हिंसा मामले की जांच दिल्ली क्राइम ब्रांच को दिया है। इसके अलावां दिल्ली के उप राजयपाल अनिल बैजल ने जेएनयू विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारियों और उनसे घटना के बारे में जानकारी ली है। और उन्हें भरोसा दिया है की दोषियों बहुत जल्द पकड़ लिया जायेगा। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। पुलिस न बताया कुछ आरोपियों की पहचान भी कर ली गई है। जल्द इनकी गिरफ्तारी हो सकती है। डीसीपी देवेंद्र आर्या ने बताया कि हम सोशल मिडिया के फोटोस हुए विडिओज की बह जाँच करेंगे। और जल्द ही आरोपिओं को गिरफ्तार करेंगे।

 

जेएनयू के रजिस्ट्रार और वीसी आज सुबह ही एलजी से मिले और उन्हें स्थिति की जानकारी दी। पुलिस छात्रों से बात करेगी और सबूत इकट्ठा करना शुरू करेगी। वहीं एम्स व सफदरजंग में भर्ती 35 छात्रों का मेडिकल पूरा हो चुका है।

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जेएनयू हिंसा मामले में कहा है कि हम इसकी निंदा करते हैं। इसकी जांच जरूरी है। कांग्रेस, वामपंथी, आप और कुछ अराजक तत्व देशभर के विश्वविद्यालयों में हिंसा का माहौल बनाना चाहते 

जेएनयू के साबरमती हॉस्टल के सीनियर वार्डन आर मीणा ने इस्तीफा दिया

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जेएनयू में हुई हिंसा के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन को बैठक के लिए बुलाया

जेएनयू हिंसा के बाद कुलपति एम जगदेश कुमार ने छात्रों से अपील की है कि वह शांति बनाए रखें। विश्वविद्यालय हर छात्र के साथ खड़ा है ताकि वो अपनी शैक्षणिक गतिविधि को पूरा कर सकें

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि जेएनयू हिंसा मामले में जांच शुरू हो गई है, इसलिए इस बारे में कुछ भी बोलना इस वक्त उचित नहीं होगा, लेकिन विश्वविद्यालयों को राजनीति का अड्डा बनाना ठीक नहीं है, न ही छात्रों को राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करना चाहिए

दिल्ली के दक्षिण-पश्चिम जिले के डीसीपी देवेंद्र आर्य ने बताया कि हमने संज्ञान लेते हुए कल हुई जेएनयू हिंसा में एफआईआर दर्ज की है। सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया जांच का हिस्सा होंगे

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से बात की और उन्हें कहा है कि वो जेएनयू के प्रतिनिधियों से बात करें

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि वामपंथी छात्र जेएनूय की छवि को खराब कर रहे हैं, उन्होंने यूनिवर्सिटी को गुंडाराज में तब्दील कर दिया है

केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कहा कि जेएनयू छात्रों पर यह हमला असहिष्णुता का नतीजा है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के परिसर में छात्रों और शिक्षकों पर नाजी स्टाइल का हमला उन लोगों द्वारा किया गया है जो देश में अशांति और हिंसा पैदा करना चाहते हैं

हिंसा में घायल सभी छात्र डिस्चार्ज हो गए हैं। छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष भी डिस्चार्ज हो गई हैं। एम्स का कहना है कि सभी छात्र-छात्राओं को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई

 हिंसा में घायल सभी छात्र डिस्चार्ज हो गए हैं। छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष भी डिस्चार्ज हो गई हैं। एम्स का कहना है कि सभी छात्र-छात्राओं को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई

सुरजेवाला ने कहा, ”ऐसा लगता है कि मोदी और अमित शाह की सरकार के रूप में नाजी शासन आ गया है. इन गुंडों का ताल्लुक भाजपा और एबीवीपी से था. यह सब कुलपति की मूक सहमति से हो रहा था. यब सब अमित शाह के मौन समर्थन से हुआ. ”उन्होंने कहा, ” हम मोदी जी, अमित शाह जी, भाजपा और एबीवीपी की कड़ी निंदा करते है.”सुरजेवाला ने कहा, ”सरकार प्रायोजित आतंकवाद और गुंडागर्दी के लिए अमित शाह जिम्मेदार हैं. अमित शाह जी, आपकी किसी जांच पर भरोसा नहीं है क्योंकि इस गुंडागर्दी को आपका संरक्षण हासिल था.”उन्होंने कहा, ”हमारी मांग है कि न्यायिक जांच हो. उच्चतम न्यायालय अथवा दिल्ली उच्च न्यायालय के किसी वर्तमान न्यायधीश से जांच कराई जाए. इसी से सच्चाई सामने आएगी.”

जेएनयू हिंसा पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने हमला किया है। उन्होंने कहा कि जेएनयू कैंपस पर हमला पूर्व नियोजित था। हमले में जेएनयू प्रशासन का समर्थन था। गुंडे भाजपा के थे। दिल्ली पुलिस एक मूकदर्शक थी क्योंकि छात्रों-शिक्षकों को पीटा गया था।

जेएनयू छात्रसंघ ने हिंसा पर बयान जारी किया है। छात्रसंघ का कहना है कि वाइस चांसलर के इशारे पर हिंसा हुई

मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि NU में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय व शर्मनाक। केन्द्र सरकार को इस घटना को अति-गम्भीरता से लेना चाहिये। साथ ही इस घटना की न्यायिक जाँच हो जाये तो यह बेहतर होगा।

https://twitter.com/Mayawati/status/1214002630868922368?s=20 

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि JNU विश्वविद्यालय के छात्राओं के हॉस्टल में रात को घुस कर ABVP के गुण्डों द्वारा जो मारपीट की है उसकी मैं घोर निंदा करता हूं। दिल्ली पुलिस देखती रही। क्या भारत के गृह मंत्री पर जवाबदारी नहीं बनती? गृह मंत्री या तो इन गुण्डों पर सख़्त कार्रवाई करें या इस्तीफ़ा दें।

https://twitter.com/priyankagandhi/status/1213876084975947776?s=20

https://twitter.com/RahulGandhi/status/1213850414258380807?s=20

जेएनयू मामले की जांच शालिनी सिंह करेंगी

 

 

JNU में हिंसा – चेहरे पर नकाब बांधे लोगों ने छात्रों और शिक्षकों पर किया हमला

दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में आज एक बार फिर जमकर हैं। जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) का कहना है, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने हिंसा है। जबकि ABVP का कहना है कि जेएनयू में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्रों पर लेफ्ट के छात्र संगठनों एसएफआई, आइसा, डीएसएफ से जुड़े लोगों ने हमला किया है.

इस हिंसा में दौरान जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष को चोट आई है. जेएनयूएसयू ने दावा किया कि साबरमती और अन्य हॉस्टल में एबीवीपी ने प्रवेश कर छात्रों की पिटाई की. इसके साथ ही एबीवीपी की ओर से पथराव और तोड़फोड़ भी की गई. हालांकि तोड़फोड़ करने वाले लोगों ने चेहरे पर नकाब पहना हुआ था. हमले के बाद आइशी घोष ने कहा, ‘मुझे मास्क पहने गुंडों ने बेरहमी से मारा है. मेरा खून बह रहा है. मुझे बेरहमी से पीटा गया.’

ABVP ने लेफ्ट संगठनों पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस हमले में ABVP से जुड़े करीब 15 छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं. वहीं अभी तक लगभग 11 छात्रों का कोई सुराग नहीं मिला है कि वे किस हालात में हैं. अलग-अलग छात्रावासों में एबीवीपी से जुड़े छात्रों पर हमला किया जा रहा है और हॉस्टलों की खिड़कियों दरवाजे को लेफ्ट के लोगों ने बुरी तरह से तोड़ दिया है.

इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि जेएनयू में हिंसा की घटना से हैरान हूं. छात्रों पर बुरी तरह हमला किया गया है. पुलिस को फौरन हिंसा को रोकना चाहिए और शांति बहाल करना चाहिए. केजरीवाल ने ट्वीट करके सवाल उठाया कि अगर हमारे छात्र यूनिवर्सिटी कैंपस में सुरक्षित नहीं होंगे, तो देश कैसे विकास करेगा?