ठाकुर ब्राह्मण वाद में फंस गया ब्राह्मण

भाजपा धर्म संस्कृति के लिए चाहे जो कर रही हो परन्तु उसके उसके नेता जाति विरादरी देखकर फैसला करते हैं। इसमें वे अपनों को भी नहीं छोड़ते हैं। वाकया ग्राम चौरी- पोस्ट अलादसपुर- तहसील व थाना रामसनेहीघाट – जिला बाराबंकी उत्तर प्रदेश का है। ग्राम चौरी के केदारनाथ व चंद कुमार पुत्र जगजीवन गांव के दबंग हरिजन हैं। जो पहले बीडीसी भी रहे हैं. इन लोगों ने गांव के कुछ ब्रह्मण परिवारों की जमीन पर घर बनाना शुरू किया जब उन लोगों ने रोका तो आमादा फौजदारी हुई इस पर कुछ लोगों ने उन्हें अपनी जमीन का बैनामा लिख दिया तथा कुछ लोगों ने उनपर दीवानी दायर कर दी। जिस गाटा में उन्होंने मकान बनाया उसके बगल में एक और बाग का गाटा वीरेंद्र प्रसाद मिश्र का था जब उसपर भी कब्ज़ा करने लगे तो उन्होंने एतराज किया। जिससे नाराज होकर केदारनाथ की पत्नी ने १५६/३ में कोर्ट जाकर हरिजन एक्ट एवं छेड़खानी का मुकदमा दर्ज करवा दिया।

इसके समाधान के लिए दिनांक 21 मई को जब वीरेंद्र के लड़के अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह के पास गए तो लल्लू सिंह ने कहा कि उसका लड़का हमारे यंहा नौकर है। हमने कोतवाल आदि को फोन किया है कि उस हरिजन को देखना। यदि आप को एतराज है तो आप अपनी जमीन नपवाइये और जमीन छोड़ दीजिये। जब उन्होंने कहा कि हम लोग ब्राम्हण हैं हरिजन एक्ट से डरते है हम लड़ाई नहीं कर सकते तब उन्होंने कहा कि अपनी जमीन छोड़ दीजिये। वह हमारा नौकर है हम उसकी पैरवी करेंगे।

बतादें कि चौरी ग्राम पंचायत के पवन उर्फ़ रिंकू सिंह को लल्लू सिंह ने बाराबंकी का उपाध्यक्ष बनवाया हुआ है। जिसे अपना प्रतिनिधि भी बनाया है। जो लोगों से कहते फिरते हैं कि हम उस हरिजन को उस ब्राह्मण की जमीन पर काबिज करवा कर ही रहेंगे।

जिसको यह ठाकुरवाद धमका रहा है वह पिछले दिनों बीजेपी का बूथ अध्यक्ष भी रहा है। लल्लू सिंह ने वीरेंद्र प्रसाद मिश्र के नाम से पहले एक हैण्ड पाइप भी दिया था। वही आज ठाकुर वाढ के चक्कर में फंस गया।

राष्ट्र कुण्डलिनी न्यूज की टीम इस मामले को शुरुवात से कवर कर रही है। इस पूरे मामले को जानने के लिए हमारी पुरानी रिपोर्ट को नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके देखिये-

अपनी जमीन पर दबंगो द्वारा किये जा रहे अवैध कब्जे को लेकर थाने और तहसील रामसनेही घाट के चक्कर काट रहे वीरेंद्र प्रसाद को अभी तक नहीं मिला न्याय

दबंगो द्वारा किया जा रहा है अवैध कब्ज़ा लेकिन खामोश है रामसनेही घाट थाने की पुलिस