डॉ अनुपम शुक्ला ने नीट की परीक्षा में देश में प्रथम रैंक हासिल कर बाराबंकी का नाम रौशन किया

गुदड़ी के लाल की कहावत तो सभी ने सुनी होगी लेकिन इसे सच करके दिखाया एक छोटे से गांव से आने वाले डॉक्टर अनुपम शुक्ला ने जिन्होंने मेडिकल क्षेत्र में नीट की सुपर स्पेशलिटी डिग्री यूरोलॉजी में आल इंडिया में प्रथम रैंक हासिल किया। जिस गांव के 25 किमी० की सीमा में कोई अस्पताल नहीं था सड़क भी नहीं थी लोग अस्पताल पहुंचते उससे पहले जान गवां बैठते थे। उस क्षेत्र के डॉक्टर अनुपम शुक्ला ने कड़ी मेहनत से नीट की सुपर स्पेशलिटी डिग्री यूरोलॉजी में आल इंडिया में प्रथम रैंक हासिल कर गांव, छेत्र ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया।

डॉक्टर अनुपम शुक्ला बाराबंकी जिले के तहसील रामसनेघाट के छोटे से गांव सिल्हौर के रहने वाले है। उनके पिता का नाम अशोक कुमार शुक्ला है जो वित्त विभाग के अंतर्गत सहकारी एवं पंचायत लेखा परीक्षा अयोध्या मंडल अयोध्या में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। डॉक्टर अनुपम शुक्ला ने 2013 में कर्नाटक से एमबीबीएस गोल्ड मेडल के साथ उत्तीर्ण किया, इसके बाद एमएस की पढ़ाई मेरठ मेडिकल कॉलेज में करते हुए सर्वाधिक अंक प्राप्त कर विश्वविद्यालय टॉप किया,एवं गोल्ड मेडल से सम्मानित किए गए मेडिकल कॉलेज मेरठ से ही सीनियर रेजीडेंट तत्पश्चात सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हुए सुपर स्पेशियालिटी की तैयारी की और परीक्षा में यूरोसर्जरी ब्रांच में देश में पहला स्थान हासिल किया।

डॉक्टर अनुपम शुक्ला की पत्नी डॉक्टर दीपिका शुक्ला सफदरगंज हॉस्पिटल नई दिल्ली से माइक्रो बायलॉजी विभाग में एमडी कर रही हैं। डॉक्टर अनुपम शुक्ला ने बताया कि सुपर स्पेशियालिटी यूरोलॉजी प्रथम लाने के पश्चात लखनऊ एसजीपीआई से एमसीएच करेंगे। डॉक्टर अनुपम शुक्ला की इस उपलब्धि से उनके पिता अशोक कुमार शुक्ला काफी खुश हैं। उनके यंहा बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। लोग उन्हें फोन कर बधाई दे रहे हैं। उस क्षेत्र के लोगों में काफी खुसी है कि उनके क्षेत्र के लड़के ने पूरे देश में प्रथम रैंक लाकर उनके क्षेत्र का नाम रोशन किया।