देश में कोरोना के कुल 23077 मामले 718 लोगों की मौत

देश में कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आज संवाददाता सम्मलेन में बताया कि कोरोना के देश में कुल 23077 मामले सामने आ चुके है। जिनमें से 17610 केस ऐक्टिव हैं। जबकि देश में अबतक कोरोना संक्रमण की वजह से 718 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि बीते 24 घंटे में 1684 केस आए। कोरोना के मामले में हमारा रिकवरी रेट अब तक 20.57 प्रतिशत रहा है। लव अग्रवाल ने बताया कि बीते 28 दिनों में 15 जिलों में कोई नया केस सामने नहीं आया है। अब तक देश में 80 ऐसे जिले हैं जिनमें बीते 14 दिनों में कोई नया केस सामने नहीं आया है। देश में कोरोना के कुल 23077 मामले 718 लोगों की मौत .

देश में कोरोना के कुल 23077 मामले 718 लोगों की मौत .स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों के मंत्रियों से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बैठक की, राज्यों से कम डबलिंग रेट वाले जिलों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य से ये सुनिश्चित करने को कहा कि बीमारी के साथ कोई अनावश्यक स्टिग्मा अटैच नहीं हो। स्वास्थ्य मंत्री ने रोटरी इंटरनेशनल, रेड क्रॉस से भी बातचीत की। स्वास्थ्य मंत्री ने रेड क्रॉस को सुझाव दिया कि संक्रमण से ठीक मरीज से प्लाज्मा लेने के लिए प्रेरित करे। पीएम ने देश भर के ग्राम पंचायतों के सरपंचों से बातचीत की, उन्होने पंचायतों से अपना इंफ्रास्ट्रक्टर मजबूत करने की अपील की है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया की पूर्व में गठित 6 अंतर-मंत्रालय केंद्रीय टीमों के अलावा, गृह मंत्रालय ने आज चार अतिरिक्त IMCTs का गठन किया, इनमें से प्रत्येक का नेतृत्व अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारी करेंगे। इन टीमों का गठन अहमदाबाद, सूरत, हैदराबाद और चेन्नै के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि स्टैंडर्ड हेल्थ प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना है। फैक्ट्री को बंद किये जाने का कोई प्रावधान नहीं है, जिन औद्योगिक गतिविधियों को लॉकडाउन से पहले चलाने का निर्देश था, उन्हें फिर से लाइसेंस की जरुरत नहीं।

पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि इंदौर में 171 कंटनमेंट जोन है जिसमें 20 काफी क्रिटिकल है, राज्य में किट्स, पीपीई पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। महाराष्ट्र गई अंतर-मंत्रालय(आईएमसीटी) टीम ने धारावी, वडाला का दौरा किया, आईएमसीटी निरंतर प्रशासन के साथ चर्चा कर रही है।

नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के निदेशक डॉ. सुजीत सिंह ने कहा कि एनसीडीसी-लाइव डैशबोर्ड में स्पेशल सर्विलांस सिस्टम का डाटा कैप्चर करते है, पीपीई की आवश्यकता, बेड और अस्पताल की आवश्यकता-इस सर्विलांस सिस्टम का मुख्य काम है। इफेक्टिव वैक्सीन और इलाज मौजूद नहीं होने के कारण कम्युनिटी सर्विलांस एक मुख्य हथियार है। उन्होंने कहा कि कम्युनिटी में इफेक्टिव मॉनिटरिंग कर पाते है और देश, राज्य और जिला स्तर पर इफेक्टिव नेटवर्क बनाते है, सर्विलांस सिस्टम ने 9 लाख संभावित संक्रमित व्यक्तियों को निगरानी में रखा है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि एक महीने में देश ने कोविड को काबू में लाने में बड़ी सफलता पाई है, अब ये डब्लिंग 10 दिन से हो रही है जोकि एक बड़ी उपलब्धि है। सरकार ने बड़े और इंक्रीमेंटल फैसले लिए, केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने फैसला किया इस बीमारी को बढ़ने नहीं देना है। प्रधानमंत्री जी ने जो लॉकडाउन का फैसला लिया वो एक टाइमली डिसीजन था, आज 23 हजार मामले हुए है, नहीं तो मामले 73 हजार तक पहुंच गए होते।

नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के निदेशक डॉ. सुजीत सिंह ने कहा कि एनसीडीसी-लाइव डैशबोर्ड में स्पेशल सर्विलांस सिस्टम का डाटा कैप्चर करते है, पीपीई की आवश्यकता, बेड और अस्पताल की आवश्यकता-इस सर्विलांस सिस्टम का मुख्य काम है। इफेक्टिव वैक्सीन और इलाज मौजूद नहीं होने के कारण कम्युनिटी सर्विलांस एक मुख्य हथियार है। उन्होंने कहा कि कम्युनिटी में इफेक्टिव मॉनिटरिंग कर पाते है और देश, राज्य और जिला स्तर पर इफेक्टिव नेटवर्क बनाते है, सर्विलांस सिस्टम ने 9 लाख संभावित संक्रमित व्यक्तियों को निगरानी में रखा है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि एक महीने में देश ने कोविड को काबू में लाने में बड़ी सफलता पाई है, अब ये डब्लिंग 10 दिन से हो रही है जोकि एक बड़ी उपलब्धि है। सरकार ने बड़े और इंक्रीमेंटल फैसले लिए, केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने फैसला किया इस बीमारी को बढ़ने नहीं देना है। प्रधानमंत्री जी ने जो लॉकडाउन का फैसला लिया वो एक टाइमली डिसीजन था, आज 23 हजार मामले हुए है, नहीं तो मामले 73 हजार तक पहुंच गए होते।