नीतीश कुमार ने विधानसभा में बहुमत साबित किया

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधान सभा में अपना बहुमत ध्वनि मत से हासिल कर लिया है। बहुमत के लिए वोटिंग में भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा से वाकआउट कर दिया। जिससे वोटिंग की जरुरत ही नहीं पड़ी और नीतीश कुमार ने विधानसभा में बहुमत साबित किया. बिहार विधान सभा में नीतीश कुमार की अगवाई वाली महागठबंधन सरकार की शुरुवात हो गई है। इस महा गठबंधन में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, आरजेडी , कांग्रेस, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम), भाकपा, माकपा, भाकपा-माले शामिल हैं। सभी के विधायकों की संख्या जोड़े तो यह 164 होती है।

नीतीश कुमार ने विधानसभा में बहुमत साबित किया. बहुमत परीक्षण से पहले अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए में हमारा सम्मान नहीं हो रहा था इसलिए हमने महागठबंधन के साथ सरकार बनाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी जैसे नेताओं के साथ हमने काम किया। उन्होंने हमारा सम्मान किया लेकिन बीजेपी की नई लीडरशिप ने मेरा सम्मान नहीं किया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 2020 में हमने कहा था कि ज्यादा सीट आप जीते हैं तो आपका मुख्यमंत्री बनना चाहिए। लेकिन मुझ पर दवाब दिया गया कि आप ही संभालिए।…हमारी पार्टी के लोगों ने तय किया तो हम जहां पहले थे वहां चले गए। अब हमारा संकल्प है कि हम मिलकर बिहार का विकास करेंगे।

नीतीश कुमार ने कहा कि महागठबंधन के साथ सरकार बनाने के बाद हमें देश भर की पार्टियों के लोगों ने फोन कर कहा कि आपने सही निर्णय लिया है। नीतीश कुमार ने कहा कि हमने विपक्ष के नेताओं से कहा है कि सब मिल कर लड़ेंगे तो 2024 भी जीतेंगे। दिल्ली से कुछ काम नहीं हो रहा सिर्फ प्रचार हो रहा है, लोगों की आय घट रही है।

विधानसभा में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि BJP के साथ रहे तो राजा हरिश्चंद्र बन जाएंगे और हाथ छोड़ देंगे तो भ्रष्टाचारी।..मैं विदेश जाता हूं तो मुझ पर लुकआउट नोटिस लगता है, लेकिन मेहुल चोकसी, नीरव मोदी, ललित मोदी और विजय माल्या पर लुकआउट नहीं था। ये हजारों करोड़ लेकर भाग गए .

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