पीएम मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम को सम्बोधित किया

मन की बात कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के इस कालखंड में पूरी दुनिया अनेक परिवर्तनों के दौर से गुजर रही है आज दो गज की दूरी एक अनिवार्य जरुरत है, तो इसी संकट काल ने परिवार के सदस्यों को आपस में जोड़ने और करीब लाने का काम भी किया है। ऐसे समय में हमें जरुर एहसास हुआ होगा कि हमारे पूर्वजों ने कहानी सुनाने की जो विधायें बनाई थी, वो आज भी कितनी महत्वपूर्ण हैं और ऐसी विधायें जब नहीं होती हैं तो कितनी कमी महसूस होती है।

पीएम मोदी ने कहा कि कहानियाँ, लोगों के रचनात्मक और संवेदनशील पक्ष को सामने लाती हैं, कहानी की ताकत को महसूस करना हो तो, जब कोई माँ अपने छोटे बच्चे को सुलाने के लिए या फिर उसे खाना खिलाने के लिए कहानी सुना रही होती है तब देखें। भारत में कहानी कहने की एक समृद्ध परंपरा रही है, हमें गर्व है कि हम उस देश के वासी हैं जहाँ हितोपदेश और पंचतंत्र की परंपरा रही है।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश की कहानियों में पशु-पक्षियों और परियों की काल्पनिक दुनिया गढ़ी गयी, ताकि विवेक और बुद्धिमता की बातों को आसानी से समझाया जा सके, ये धार्मिक कहानियाँ कहने की प्राचीन पद्धति है। भारत में कठपुतली की जीवन्त परम्परा भी रही है, इन दिनों साइंस और साइंस फिक्शन से जुड़ी कहानियाँ एवं उसे कहने की विधा लोकप्रिय हो रही है, कई लोग किस्सागोई की कला को आगे बढाने के लिए सराहनीय पहल कर रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि मुझे http://gaathastory.in जैसी website के बारे में जानकारी मिली, जिसे अमर व्यास और उनके साथी चलाते हैं, अमर व्यास IIM अहमदाबाद से MBA करने के बाद विदेश चले गए, वापिस आए और समय निकालकर कहानियों से जुड़े रोचक कार्य कर रहे है। चेन्नई की श्रीविद्या वीर राघवन भी हमारी संस्कृति से जुड़ी कहानियों को प्रचारित-प्रसारित करने में जुटी है, वहीँ कथालय और The Indian story telling network नाम की दो वेबसाइट भी इस क्षेत्र में जबरदस्त कार्य कर रही हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि बेंगलुरु में एक विक्रम श्रीधर हैं, जो बापू से जुड़ी कहानियों को लेकर बहुत उत्साहित हैं, और भी कई लोग इस क्षेत्र में काम कर रहे होंगे- आप ज़रूर उनके बारे में सोशल मीडिया पर शेयर करें। आज ‘मन की बात’ में समय की एक सीमा है, तो मेरी उनसे जो बातें हुई हैं वो सारी बातें मैं, मेरे NarendraModiApp पर upload करूँगा – पूरी कथाएँ वहाँ ज़रूर सुनिए।

पीएम मोदी ने कहा कि मैं आग्रह करूँगा कि परिवार में हर सप्ताह आप, कहानियों के लिए कुछ समय निकालें और ये भी कर सकते हैं कि परिवार के हर सदस्य को, हर सप्ताह के लिए, एक विषय तय करें, जिस दिन परिवार के सभी सदस्य मिलकर एक-एक कहानी कहेंगे।आप देखिए कि परिवार में कितना बड़ा खजाना हो जाएगा, रिसर्च का कितना बढ़िया काम हो जाएगा, हर किसी को कितना आनन्द आएगा और परिवार में एक नया प्राण, नयी उर्जा आएगी।

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के इस कठिन समय में भी हमारे देश के कृषि क्षेत्र ने फिर अपना दमख़म दिखाया है, देश का कृषि क्षेत्र, हमारे किसान, हमारे गाँव, आत्मनिर्भर भारत का आधार है, ये मजबूत होंगे तो आत्मनिर्भर भारत की नींव मजबूत होगी। हरियाणा के सोनीपत जिले के किसान श्री कंवर चौहान ने बताया कि 2014 में फल और सब्जियों को APMC Act से बाहर करने के बाद उन्हें और आस-पास के साथी किसानों को बहुत फायदा हुआ।

पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा के सोनीपत जिले के हमारे एक किसान भाई श्री कंवर चौहान जी ने बताया कि ” कैसे एक समय था जब उन्हें मंडी से बाहर अपने फल और सब्जियाँ बेचने में बहुत दिक्कत आती थी। अगर वो मंडी से बाहर, अपने फल और सब्जियाँ बेचते थे, तो, कई बार उनके फल, सब्जी और गाड़ियाँ तक जब्त हो जाती थी ।” लेकिन, 2014 में फल और सब्जियों को APMC Act से बाहर कर दिया गया, इसका, उन्हें और आस-पास के साथी किसानों को बहुत फायदा हुआ ।”

पीएम मोदी ने कहा कि आज, श्री कंवर चौहान जी और उनके गाँव के किसान sweet corn और baby corn की खेती से, ढ़ाई से तीन लाख प्रति एकड़ सालाना कमाई कर रहे हैं। इतना ही नहीं, इसी गाँव के 60 से अधिक किसान, net house बनाकर, Poly House बनाकर, टमाटर, खीरा, शिमला मिर्च, इसकी, अलग-अलग variety का उत्पादन करके, हर साल प्रति एकड़ 10 से 12 लाख रूपये तक की कमाई कर रहें हैं।” “अपने फल-सब्जियों को, कहीं पर भी, किसी को भी, बेचने की ताकत है, और ये ताकत ही, उनकी, इस प्रगति का आधार है। अब यही ताकत, देश के दूसरे किसानों को भी मिली है।”

पीएम मोदी ने कहा कि “साथियो, तीन–चार साल पहले ही, महाराष्ट्र में, फल और सब्जियों को APMC के दायरे से बाहर किया गया था। इस बदलाव ने कैसे महाराष्ट्र के फल और सब्जी उगाने वाले किसानों की स्थिति बदली, इसका उदाहरण हैं, Sri Swami Samarth Farmer’s producer company limited – ये किसानों का समूह है।” “ग्रामीण-युवा, सीधे बाज़ार में, खेती और बिक्री की प्रक्रिया में शामिल होते हैं – इसका सीधा लाभ किसानों को होता है, गाँव के नौजवानों को रोजगार में होता है।”

पीएम मोदी ने कहा कि “पुणे और मुंबई में किसान साप्ताहिक बाज़ार खुद चला रहे हैं। इन बाज़ारों में, लगभग 70 गाँवों के, साढ़े चार हज़ार किसानों का उत्पाद, सीधे बेचा जाता है – कोई बिचौलिया नहीं।” “आप सोचिये, कितने नौजवानों को उन्होंने रोजगार दिया, और मज़ा ये है, कि, बिचौलियोँ ना होने के कारण, किसान को भी लाभ हुआ, और, उपभोक्ता को भी लाभ हुआ।”

पीएम मोदी ने कहा कि कल, 28 सितम्बर को हम शहीद वीर भगतसिंह की जयंती मनायेंगे। मैं, समस्त देशवासियों के साथ साहस और वीरता की प्रतिमूर्ति शहीद वीर भगतसिंह को नमन करता हूं। शहीद भगतसिंह पराक्रमी होने के साथ-साथ विद्वान भी थे और चिन्तक भी। अपने जीवन की चिंता किए भगतसिंह और उनके क्रांतिवीर साथियों ने ऐसे साहसिक कार्यों को अंजाम दिया, जिनका देश की आजादी में बहुत बड़ा योगदान रहा।

पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले दिनों में हम देशवासी कई महान लोगों को याद करेंगे, जिनका भारत के निर्माण में अमिट योगदान है। 2 अक्टूबर हम सबके लिए पवित्र और प्रेरक दिवस होता है। यह दिन मां भारती के दो महान सपूतों महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को याद करने का दिन है। गांधी जी के आर्थिक चिंतन में भारत की नस – नस की समझ थी, भारत की खुश्बू थी। वहीं शास्त्री जी का जीवन हमें विनम्रता और सादगी का संदेश देता है।

मेरे प्यारे देशवासियों कोरोना के इस कालखंड में, मैं फिर एक बार आपको याद कराऊंगा- मास्क अवश्य रखें, चेहरा ढंके बिना बाहर ना जाएँ, दो गज की दूरी का नियम, आपको और आपके परिवार को भी बचा सकता है। ये कुछ नियम कोरोना के ख़िलाफ लड़ाई के हथियार हैं, और हम ये ना भूलें कि जब तक दवाई नहीं, तब तक ढ़िलाई नहीं, आप स्वस्थ रहें, आपका परिवार स्वस्थ रहे, इसी शुभकामना के साथ बहुत बहुत धन्यवाद, नमस्कार।