पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर गृहमंत्री रक्षामंत्री समेत सभी मंत्रियों ने दुःख जताया

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का आज 84 साल की उम्र में दिल्ली के आर्मी हॉस्पिटल रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में निधन हो गया।उनके निधन की खबरआने के बाद से पूरे देश में शोक का लहर सी दौड़ गई है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर गृहमंत्री अमितशाह रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत सभी मंत्रियों ने दुःख जताया। भारत सरकार ने प्रणब मुखर्जी के निधन पर सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।

गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि “भारत के पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी जी के निधन से बहुत व्यथित हूँ। वे बहुत ही अनुभवी नेता थे और उन्होने पूरी निष्ठा के साथ राष्ट्र की सेवा की। प्रणब दा का प्रतिष्ठित राजनीतिक जीवन पूरे देश के लिए बहुत ही गर्व की बात है”।

अमित शाह ने कहा कि “प्रणब दा का पूरा जीवन मातृभूमि की सेवा के लिए समर्पित रहा, वह देश के लिए अपनी निष्काम सेवा और अमिट योगदान के लिए हमेशा याद किये जायेंगे। उनके निधन से भारतीय राजनीति में एक विशाल शून्य उत्पन्न हुआ है। इस अपूरणीय क्षति पर उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूँ। ॐ शांति शांति शांति”।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, “समाज के सभी वर्गों के लोगों के बीच उनका बहुत सम्मान किया जाता था। उनका निधन एक निजी क्षति है। उन्हें भारत के इतिहास, कूटनीति, सार्वजनिक नीति और रक्षा मामलों का भी जबरदस्त ज्ञान था।” उनके व्यक्तित्व को याद करते हुए उन्होंने कहा, “प्रणबदा चरित्र की सरलता, ईमानदारी और ताकत के प्रतीक थे। उन्होंने पूरी मेहनत और समर्पण के साथ अपने देश की सेवा की। सार्वजनिक जीवन में उनका योगदान अमूल्य था।”

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर कहा कि पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी जी के निधन का समाचार सुनकर अत्यंत दुःख हुआ। वह प्रज्ञावान और कार्य क्षमता वाले थे। उनके परिवार, मित्रों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। ॐ शांति

केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर कहा कि पूर्व-राष्ट्रपति भारत रत्न आदरणीय प्रणब मुखर्जी के निधन की खबर से स्तब्ध हूँ। अनुभवी, कुशल व दूरदर्शी राजनीतिज्ञ के अलावा प्रणव दा विद्वान, संवेदनशील एवं जनप्रिय नेता थे। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। मैं परमपिता परमात्मा से प्रार्थना करता हूं कि शोकाकुल परिवार, मित्र जनों एवं देशवासियों को इस दारुण दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे। उन्होंने कहा कि पूर्व-राष्ट्रपति भारत रत्न आदरणीय प्रणव मुखर्जी के साथ हुई मेरी कई व्यक्तिगत मुलाकातों एवं सार्वजनिक कार्यक्रमों की बेहद सजीव एवं जीवंत स्मृतियां मेरे हृदय में अंकित हैं। उनसे प्रत्येक मुलाकात में नवीन सीख एवं सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती थी। उनकी पावन-स्मृतियों को नमन!

विधानसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी जी के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं। पांच दशक से भी अधिक के अपने सार्वजनिक जीवन में उन्होंने देश की अनुकरणीय सेवा की। संसदीय व प्रशासनिक क्षेत्र में उनका अनुभव बेजोड़ था जो उनकी कार्यशैली में स्पष्ट: परिलक्षित होता था। व्यक्तिगत संबंधों में राजनीतिक जुड़ाव को उन्होंने कभी बाधा नहीं बनने दिया। व्यक्तित्व की इसी खूबी के कारण वे जटिल विषयों में भी राजनीतिक सहमति बनाने में सफल हो पाते थे। उनका कुशल मार्गदर्शन में देश में अनेक महत्वपूर्ण नीतियों का निर्धारण हुआ जो आज भी पथ प्रदर्शित करती हैं। दृढ़ इच्छा शक्ति से परिपूर्ण प्रणबदा के लिए देशहित सर्वोच्च रहा। उनका निधन हम सब के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदनाएं। ऊं शांति!!!

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि देश के पूर्व राष्ट्रपति, भारतरत्न प्रणब मुखर्जी जी के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। उनकी मृत्यु देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है। प्रणब दा, उमदा व्यक्तित्व के धनी और अच्छे मित्र थे। दलगत राजनीति से उपर उठकर उन्होंने हमेशा देश को प्राथमिकता दी। इस दुख की घड़ी में, मैं उनके परिवार के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर उनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे। ॐ शांति