प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के गांधीनगर में हो रहे तीसरे वैश्विक आलू सम्मेलन को संबोधित किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के गांधीनगर में हो रहे तीसरे वैश्विक आलू सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा किमुझे बताया गया है कि Global Potato Conclave में दुनिया के अनेक देशों से साइंटिस्ट आए हैं, हज़ारों किसान साथी और दूसरे Stakeholders भी जुटे हैं। अगले तीन दिनों में आप सभी पूरे विश्व के Food और Nutrition की डिमांड से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करने वाले हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस कॉन्कलेव की खास बात ये भी है कि यहां Potato Conference, AgriExpo और Potato Field Day, तीनों एक साथ हो रहे हैं। मुझे बताया गया है कि करीब 6 हज़ार किसान फील्ड डे के मौके पर खेतों में जाने वाले हैं। ये प्रशंसनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि अच्छा ये भी है कि इस बार Potato Conclave दिल्ली से बाहर हो रहा है, हजारों आलू किसानों के बीच हो रहा है। गुजरात में इस कॉन्क्लेव का होना इसलिए भी अहम है क्योंकि, ये राज्य Potato की Productivity के लिहाज़ से देश का पहले नंबर का राज्य है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि साल 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को लेकर तेज़ी से कदम उठाए जा रहे हैं। किसानों के प्रयास और सरकार की पॉलिसी के कॉम्बिनेशन का ही परिणाम है कि अनेक अनाजों और दूसरे खाने के सामान के उत्पादन में भारत दुनिया के टॉप-3 देशों में है। उन्होंने कहा कि फूड प्रोसेसिंग से जुड़े सेक्टर को प्रमोट करने के लिए केंद्र सरकार ने भी अनेक कदम उठाए हैं। चाहे इस सेक्टर को 100% FDI के लिए खोलने का फैसला हो या फिर पीएम किसान संपदा योजना के माध्यम से वैल्यू एडिशन और वैल्यू चेन डेवलपमेंट में मदद, हर स्तर पर कोशिश की जा ही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि इस महीने के शुरुआत में, एक साथ 6 करोड़ किसानों के बैंक खातों में, 12 हजार करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर करके एक नया रिकॉर्ड भी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि किसान और उपभोक्ता के बीच के Layers और उपज की बर्बादी को कम करना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए परंपरागत कृषि को बढ़ावा दिया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि सरकार का जोर कृषि टेक्नॉलॉजी आधारित स्टार्ट अप्स को प्रमोट करने पर भी है ताकि स्मार्ट और प्रिसिजन एग्रीकल्चर के लिए ज़रूरी किसानों के डेटाबेस और एग्री स्टैक का उपयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ एग्रीकल्चर सेक्टर में आधुनिक बायोटेक्नॉलॉजी, Artificial Intelligence, Block chain, Drone Technology, ऐसी हर नई टेक्नॉलॉजी का कैसे बेहतर उपयोग हो सकता है, इसको लेकर भी आपके सुझाव और समाधान अहम रहेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि 21st century में भी कोई भूखा और कुपोषित- Malnourished ना रहे, इसकी भी एक बड़ी जिम्मेदारी आप सभी के कंधों पर है। मुझे विश्वास है कि आने वाले 3 दिनों में आप इसी दिशा में गंभीर मंथन करेंगे।