प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पूजा की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पूजा की। इसके बाद उन्होंने एक पब्लिक मीटिंग को एड्रेस किया जिसमें उन्होंने कहा कि एक तरफ बाबा का आशीर्वाद और दूसरी तरफ ईश्वर का रूप जनता जनार्दन का आशीर्वाद कितनी बड़ी शक्ति देते हैं, ये आप भी जानते हैं और मैं भी। अभी कुछ समय पहले मुझे पूज्य बाबा के चरणों में जाकर दर्शन और पूजन का मौका मिला। उससे पहले झारखंड के विकास के लिए हजारों करोड़ रुपयों की योजनाओं को भी बाबा के और जनता जनार्दन के चरणों में अर्पित किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों में योजनाओं की घोषणा होती थी, फिर एक दो सरकार जाने के बाद एक-दो पत्थर लगा कर जाता था। पत्थर लटकता रहता था, दो-चार सरकारें चलने के बाद काई और आता, फिर वो ईंट लगाता था, पता नहीं कितनी सरकारें जाने के बाद वो योजना सामने दिखती थी। आज हम उस कार्य संस्कृति को लाए हैं, उस राजनीतिक संस्कृति को लाए हैं, उस गवर्नेंस के मॉडल को लाए हैं कि जिसका शिलान्यास हम करते हैं, उसका उद्घाटन भी हम करते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत आस्था, अध्यात्म और तीर्थस्थलों की धरती है। तीर्थयात्राओं ने हमें, बेहतर समाज और बेहतर राष्ट्र के रूप में गढ़ा है। हम देवघर को ही देखें तो यहां शिव और शक्ति भी है। ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ यहां दोनों मौजूद हैं। बाबा वैद्यनाथ धाम हो, काशी विश्वनाथ धाम हो, केदारनाथ धाम हो, अयोध्या धाम हो, रामायण सर्किट हो, भगवान बुद्ध से जुड़े पवित्र स्थान हों, देश में आस्था, अध्यात्म और ऐतिहासिक महत्व से जुड़े हर स्थान में आधुनिक सुविधाएं तैयार की जा रही हैं। आज पर्यटन दुनिया के अनेक देशों में एक आकर्षक उद्योग के रूप में रोजगार का बहुत बड़ा माध्यम बना हुआ है। आज पूरी दुनिया में अनेक देश हैं, जिनकी पूरी अर्थव्यवस्था सिर्फ और सिर्फ पर्यटकों के भरोसे चल रही है। भारत के कोने-कोने में पर्यटन की शक्ति अपार है, बहुत सामर्थ्य पड़ा हुआ है, हमें इसे बढ़ाने की जरूरत है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज ये समय की मांग है कि भारत अपनी विरासत को ज्यादा से ज्यादा और तेजी के साथ संरक्षित करे, वहां आधुनिक सुविधाएं बढ़ाए। हम ये पूरे देश में देख रहे हैं कि बीते वर्षों में जिन भी तीर्थ स्थलों को आधुनिक सुविधाओं से जोड़ा गया, वहां यात्रियों, पर्यटकों की संख्या अनेक गुना बढ़ गई है। इसका सीधा लाभ वहां रहने वाले, आस-पास के लोग, आस-पास के जिलों के लोगों को हो रहा है। ये हमारी सरकार के लिए बहुत गर्व की बात है कि 15 नवंबर, भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस को हमने जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है। धरती आबा बिरसा मुंडा के बेहतरीन और आधुनिक संग्रहालय के निर्माण का सौभाग्य भी हमें ही मिला है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जबसे काशी में विकास ने गति पकड़ी है, काशी विश्वनाथ परिसर का सौन्दर्यकरण हुआ है, बनारस आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। तीन साल पहले की तुलना में इस साल वाराणसी में अभी तक 3 गुना अधिक यात्री आए हैं। मुझे विश्वास है कि जो परियोजनाएं आज हमने शुरू की हैं, वो झारखंड के विकास को नई गति देने जा रही हैं। हमारे लिए सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास ये सिर्फ नारा नहीं है। कल आप दीप जला रहे थे, आज उमंग और उत्साह से उमड़ पड़े, और जहां तक मेरी नजर जा रही है वहां तक लोग ही लोग हैं, इसका मतलब है कि लोगों को विकास चहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते 8 वर्षों में हमने उनको सशक्त किया है, जिनको पहले सिर्फ राजनीतिक नारों में समेट दिया गया था। वो गरीब, वो आदिवासी, वो दलित, वो पिछड़ा, वो बहनें-बेटियां जिनका नंबर हमेशा सबसे अंत में आता था, वो आज हमारी प्राथमिकताओं में पहली पायदान पर हैं। ऐसा ही प्रभाव हम केदारनाथ धाम में भी देख रहे हैं। जब वहां पुनर्निर्माण नही। हुआ था,सुविधाएं नहीं बढ़ी थी तो कपाट खुलने के शुरुआती 2 महीनें में औसतन 2 से 2.5 लाख यात्री वहां आते थे। इस साल कपाट खुलने के शुरुआती 2 महीनों में ही करीब 9 लाख श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये हमारी सरकार के लिए बहुत गर्व की बात है कि 15 नवंबर, भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस को हमने जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है। धरती आबा बिरसा मुंडा के बेहतरीन और आधुनिक संग्रहालय के निर्माण का सौभाग्य भी हमें ही मिला है। कुछ सरकारें होती हैं, जिसके दिल में सेवा भाव नहीं, सत्ता भाव भर जाता है। ये सत्ता भाव के कारण जो लंबे समय तक जो सरकारों में रहे, उनकी प्राथमिकता, सत्ता पाना होती है, सेवा कभी उनकी प्राथमिकता नहीं रही। भाजपा की सरकार, एनडीए की सरकार, गरीब की सेवा की भावना से, उनके लिए जी-जान से काम कर रही है। हमारी सरकार गरीब की मुश्किल समझती है, गरीब के सुख-दुख की साथी है। कोरोना के इस कालखंड में, 100 साल की सबसे बड़ी महामारी आई। इस दौरान हमारी सरकार ने गरीब को मुफ्त वैक्सीन से लेकर उसके खाने-पीने तक हर चीज का ध्यान रखा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हमारे देश के सामने एक ऐसी चुनौती आ खड़ी हुई है, जिसे हर देशवासी को जानना और समझना है। ये चुनौती है, शार्टकट की राजनीति की। बहुत आसान होता है लोक लुभावने वादे करके, शार्टकट अपनाकर लोगों से वोट बटोर लेना। शार्टकट वालों को ना मेहनत करनी पड़ती है और ना ही उन्हें दूरगामी परिणामों के बारे में सोचना पड़ता है। लेकिन ये बहुत बड़ी सच्चाई है कि जिस देश की राजनीति शॉर्टकट पर आधारित हो जाती है, उसका एक ना एक दिन शॉट सर्किट भी हो ही जाता है। शॉर्टकट की राजनीति देश को तबाह कर देती है। भारत में हमें ऐसी शॉर्टकट अपनाने वाली राजनीति से दूर रहना है। मैं देशवासियों को शॉर्ट-कट की राजनीति से बचकर रहने का आग्रह कर रहा हूं। शॉर्ट-कट की राजनीति करने वाले कभी नए एयरपोर्ट नहीं बनवाएंगे, कभी नए, आधुनिक हाईवेज नहीं बनवाएंगे। शॉर्ट-कट की राजनीति करने वाले कभी एम्स नहीं बनवाएंगे, हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज के लिए मेहनत नहीं करेंगे।