प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहमदाबाद में ‘खादी उत्सव’ कार्यक्रम में शामिल हुए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहमदाबाद में ‘खादी उत्सव’ कार्यक्रम में शामिल हुए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ अहमदाबाद में ‘खादी उत्सव’ कार्यक्रम में शामिल हुए। वंहा पर उन्होंने चरखा भी चलाया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि साबरमती का ये किनारा आज धन्य हो गया है। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, 7,500 बहनों-बेटियों ने एक साथ चरखे पर सूत कातकर नया इतिहास रच दिया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अटल ब्रिज, साबरमती नदी को, दो किनारों को ही आपस में नहीं जोड़ रहा बल्कि ये डिजाइन और इनोवेशन में भी अभूतपूर्व है। इसकी डिजाइन में गुजरात के मशहूर पतंग महोत्सव का भी ध्यान रखा गया है। इतिहास साक्षी है कि खादी का एक धागा, आजादी के आंदोलन की ताकत बन गया, उसने गुलामी की जंजीरों को तोड़ दिया। खादी का वही धागा, विकसित भारत के प्रण को पूरा करने का, आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने का प्रेरणा-स्रोत बन सकता है .

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 15 अगस्त को लाल किले से मैंने पंच-प्रणों की बात कही है। साबरमती के तट पर, इस पुण्य जगह पर मैं पंच-प्रणों को फिर दोहराना चाहता हूं। पहला- देश के सामने विराट लक्ष्य, विकसित भारत बनाने का लक्ष्य। दूसरा- गुलामी की मानसिकता का पूरी तरह त्याग। तीसरा- अपनी विरासत पर गर्व। चौथा- राष्ट्र की एकता बढ़ाने का पुरजोर प्रयास। पांचवा- नागरिक कर्तव्य।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आजादी के आंदोलन के समय जिस खादी को गांधी जी ने देश का स्वाभिमान बनाया, उसी खादी को आजादी के बाद हीन भावना से भर दिया गया। इस वजह से खादी और खादी से जुड़ा ग्रामोद्योग पूरी तरह तबाह हो गया। खादी की ये स्थिति विशेष रूप से गुजरात के लिए बहुत ही पीड़ादायक थी। हमने खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन में खादी फॉर ट्रांसफॉर्मेशन का संकल्प जोड़ा। हमने गुजरात की सफलता के अनुभवों का देशभर में विस्तार करना शुरु किया। देशभर में खादी से जुड़ी जो समस्याएं थीं उनको दूर किया। हमने देशवासियों को खादी के product खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत के खादी उद्योग की बढ़ती ताकत के पीछे भी महिला शक्ति का बहुत बड़ा योगदान है। उद्यमिता की भावना हमारी बहनों-बेटियों में कूट-कूट कर भरी है। इसका प्रमाण गुजरात में सखी मंडलों का विस्तार भी है। खादी sustainable clothing का उदाहरण है। खादी eco-friendly clothing का उदाहरण है। खादी से carbon footprint कम से कम होता है। बहुत सारे देश हैं जहां तापमान ज्यादा रहता है, वहां खादी Health की दृष्टि से भी बहुत अहम है। इसलिए खादी वैश्विक स्तर पर बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मैं देशभर के लोगों से एक अपील भी करना चाहता हूं। आने वाले त्योहारों में इस बार खादी ग्रामोद्योग में बना उत्पाद ही उपहार में दें। आपके पास अलग-अलग तरह के फैब्रिक से बने कपड़े हो सकते हैं। लेकिन उसमें आप खादी को भी जगह देंगे, तो वोकल फॉर लोकल अभियान को गति मिलेगी। बीते दशकों में विदेशी खिलौनों की होड़ में, भारत की अपनी समृद्ध Toy Industry तबाह हो रही थी। सरकार के प्रयास से, खिलौना उद्योगों से जुड़े हमारे भाई-बहनों के परिश्रम से अब स्थिति बदलने लगी है। अब विदेश से मंगाए जाने वाले खिलौनों में भारी गिरावट आई है।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहमदाबाद में ‘खादी उत्सव’ कार्यक्रम में शामिल हुए

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