भारत-लक्ज़मबर्ग आभासी शिखर सम्मेलन को प्रधानमंत्री मोदी ने सम्बोधित किया

भारत-लक्ज़मबर्ग आभासी शिखर सम्मेलन को प्रधानमंत्री मोदी ने सम्बोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सबसे पहले मैं COVID-19 महामारी से लक्समबर्ग में हुई जानहानि के लिए मेरी तरफ से 130 करोड़ भारत वासियों की तरफ से संवेदना प्रकट करता हूँ। और इस कठिन समय में आपके कुशल नेतृत्व का अभिनन्दन भी करता हूँ।

आज की हमारी Virtual Summit मेरी दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। आप और मैं विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मिलते रहे हैं, लेकिन पिछले दो दशकों में भारत और लक्समबर्ग के बीच यह पहली औपचारिक Summit है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज जब विश्व COVID-19 pandemic की आर्थिक और स्वास्थ्य चुनौतियों से जूझ रहा है, भारत-लक्समबर्ग partnership दोनों देशों के साथ-साथ दोनों क्षेत्रों की recovery के लिए उपयोगी हो सकती है। Democracy, rule of law और freedom जैसे साझा आदर्श हमारे संबंधों और आपसी सहयोग को मजबूती देते हैं। भारत और लक्समबर्ग के बीच आर्थिक आदान-प्रदान बढ़ाने का बहुत potential है।

स्टील, financial technology, digital domain जैसे क्षेत्रों में हमारे बीच अभी भी अच्छा सहयोग है – किंतु इसे और आगे ले जाने की अपार संभावनाएं हैं। मुझे प्रसन्नता है कि कुछ दिन पहले हमारी space agency ने लक्समबर्ग के चार satellites लॉन्च किए। Space के क्षेत्र में भी हम पारस्परिक आदान प्रदान बढ़ा सकते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि International Solar Alliance – ISA में लक्समबर्ग के शामिल होने की घोषणा का हम स्वागत करते हैं। और आपको Coalition for Disaster Resilient Infrastructure join करने के लिए आमंत्रित करते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस वर्ष अप्रैल में His Royal Highness the Grand Duke की भारत यात्रा COVID-19 के कारण स्थगित करनी पड़ी। हम शीघ्र उनका भारत में स्वागत करने की कामना करते हैं। मैं चाहूँगा कि आप भी जल्द ही भारत यात्रा पर आएँ।