मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश में कुशीनगर हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाले केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने आज उत्तर प्रदेश में कुशीनगर हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में घोषित किए जाने को स्वीकृति दे दी है।

कुशीनगर हवाई अड्डा श्रावस्ती, कपिलवस्तु, लुंबिनी (कुशीनगर खुद एक बौद्ध सांस्कृतिक स्थल है) जैसे बौद्ध सांस्कृतिक स्थलों के निकट स्थित है और “अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे” के रूप में घोषित होने से हवाई यात्रियों के लिए संपर्क में सुधार होगा, साथ ही उन्हें प्रतिस्पर्धी लागत वाले यात्रा के ज्यादा विकल्प मिलेंगे। अंतरराष्ट्रीय सीमा के काफी नजदीक होने के कारण यह सामरिक लिहाज से काफी अहम स्थान है।

इसको लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विश्व भर में रह रहे भगवान बुद्ध के अनुयायियों और उत्तर प्रदेश की ओर से आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी का हृदय से आभार। महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर के हवाई-अड्डे को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा देने का आपका निर्णय पूर्वांचल में विकास के नए द्वार खोलेगा।

उन्होंने आगे कहा कि भगवान बुद्ध से जुड़े स्थलों को “बौद्ध सर्किट” के माध्यम से जोड़ने का कार्य प्रगति पर है। अब कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को भगवान बुद्ध से जुड़े इन स्थलों तक पहुंचने में सुविधा होगी तथा प्रदेश में विकास और प्रगति के नए अवसर खुलेंगे। आपका दो अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट्स का उपहार प्रदेश में विकास को पंख देगा। जेवर स्थित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई-अड्डा, नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में प्रदेश को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर एक नई पहचान देगा।

कुशीनगर उत्तर प्रदेश के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित है और गोरखपुर से 50 किलोमीटर पूर्व में है। साथ ही यह प्रमुख बौद्ध तीर्थ स्थलों में से एक भी है।