महंगाई और बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी समेत कई सांसद हिरासत में

कांग्रेस पार्टी की ओर से आज महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ देशव्यापी धरना प्रदर्शन चल रहा है। दिल्ली में कई जगहों पर कांग्रेस पार्टी का हल्लाबोल कार्यक्रम जारी है। महंगाई और बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी और शशि थरूर समेत कांग्रेस के कई सांसदों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया है।

पुलिस ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को दिल्ली में AICC मुख्यालय के बाहर से हिरासत में लिया, जहां वे बेरोजगारी और महंगाई को लेकर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन शामिल हुई थीं।

हम महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर लड़ रहे हैं, लेकिन हमें क्यों रोका जा रहा है ये आप सरकार से पूछिए

राहुल गांधी ने कहा कि हम शांति से राष्ट्रपति भवन जाना चाहते थे। रैली में सभी लोग राज्यसभा और लोकसभा के सांसद हैं मगर हमें जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को लेकर हम यहां हैं। लोकतंत्र की हत्या हो रही है। हमारा काम ये सुनिश्चित करना है कि भारतीय लोकतंत्र सुरक्षित हो। हमारा काम जनता के विषयों को उठाना है और हम अपना काम कर रहे हैं।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि हम जनता को रास्ते पर आकर दिखाना चाहते हैं कि जो भी सरकार बेरोज़गारी, महंगाई को लेकर बोल रही है वह सब सही नहीं है। यह दिखाने के लिए हम स्वतंत्र हैं। सदन में एक बार महंगाई पर चर्चा हुई थी लेकिन सरकार ने इसको नकार दिया। एक बार वे बाज़ारों में जाकर देखें।

अजय माकन ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी चरम सीमा पर है। कांग्रेस पार्टी महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ देशव्यापी विरोध कर रही है। हम लोगों को हिरासत में लिया जा रहा और ये दुख की बात है कि हम सत्याग्रह भी नहीं कर सकते हैं।

सांसद राहुल गांधी ने सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा था कि लोकतंत्र की जो मौत हो रही है, उसके बारे में आपको क्या महसूस हो रहा है? इस देश ने जो 70 साल में बनाया, उसको 8 साल में खत्म कर दिया गया। आज हिंदुस्तान में लोकतंत्र नहीं है। आज देश में 4 लोगों की तानाशाही है। हम महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दे उठाने चाहते हैं, समाज को बांटा जा रहा है, उसके बारे में चर्चा करना चाहते हैं। हमें संसद में बोलने नहीं दिया जाता है, सड़क पर अरेस्ट किया जाता है, ये आज हिंदुस्तान की हालत है।

राहुल गांधी ने कहा कि वर्तमान माहौल में मीडिया हिम्मत नहीं दिखा सकती। लोकतंत्र में विपक्ष संस्थानों के बल पर लड़ता है। मतलब देश का लीगल स्ट्रक्चर होता है, इलेक्टोरल स्ट्रक्चर होता है, जो देश की मीडिया होती है। उसके बल पर विपक्ष खड़ा होता है, लेकिन इन सभी संस्थानों में सरकार ने अपने लोग बिठा रखे हैं। हिंदुस्तान का हर संस्थान आज स्वतंत्र, निष्पक्ष नहीं है। हिंदुस्तान का हर संस्थान आज RSS के नियंत्रण में है। हम सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी से नहीं लड़ रहे हैं, हम हिंदुस्तान के पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ लड़ रहे हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि जब हमारी सरकार होती थी, तब इंफ्रास्ट्रक्चर निष्पक्ष रहता था। हम इंफ्रास्ट्रक्चर को कंट्रोल नहीं करते थे, तब राजनीतिक पार्टियों के बीच लड़ाई होती थी। वर्तमान समय में पूरा फाइनेंशियल इंफ्रास्ट्रक्चर उनके साथ है, अगर कोई दूसरी पार्टी को सपोर्ट करना चाहे तो उसके खिलाफ ED, सीबीआई लगा दी जाती है। बीजेपी-संघ फाइनेंसियल मोनोपॉली है। तानाशाही का इतिहास दुनिया में बहुत खराब रहा है। इस खराबे से हमें अपने देश को बचाना होगा।

राहुल गांधी ने कहा कि आज सबसे ज्यादा बेरोजगारी हिंदुस्तान में है, महंगाई बढ़ती जा रही है। पता नहीं ये आंकड़े वित्त मंत्री को दिख रहे हैं या उनको कहा गया है कि बस कुछ भी बोलते जाइए। सच्चाई एक है, लेकिन धारणा अलग बनाई जाती है। कहते हैं- स्टार्टअप इंडिया से पूरा ट्रांसफॉर्मेशन कर दिया। लेकिन आप दिखाइए कि स्टार्टअप इंडिया कहां है? स्टार्टअप इंडिया लोगों को सड़क पर फेंक रही है।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि यूएन कह रहा है कि 5 मिलियन लोग मर गए हैं, लेकिन सरकार कह रही है कि वो झूठ बोल रहे हैं। गुजरात में लाशों के ढेर लग गए थे, ऐसे ही गंगा में भी आपने देखा, लाखों लोग मरे थे। मगर हिंदुस्तान की सरकार कह रही थी कि ये सच्चाई नहीं है। बेरोजगारी बढ़ती जा रही है, मगर हिंदुस्तान की सरकार कह रही है कि ये सच्चाई नहीं है। ऐसे ही महंगाई बढ़ती जा रही है, लेकिन हिंदुस्तान की वित्तमंत्री कह रही हैं कि महंगाई नहीं है। पूरा कम्युनिकेशन स्ट्रक्चर उनके हाथ में है। उन्होंने कहा कि जितना मैं सच्चाई बोलूंगा, उतना मेरे ऊपर आक्रमण होगा। मेरी ये समस्या है कि मैं सच्चाई बोलता हूं, डरता नहीं हूं।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि मैं लोकतंत्र की रक्षा के लिए खड़े होने का अपना काम करूंगा, महंगाई-बेरोजगारी का मुद्दा उठाने का काम करूंगा। फिर मेरे ऊपर और आक्रमण होंगे। जो आज हिंदुस्तान की हालत है उससे डरते हैं – जो उन्होंने वादे किए थे और पूरे नहीं किए, उससे डरते हैं – महंगाई-बेरोजगारी से डरते हैं – जनता की शक्ति से डरते हैं। इसलिए डरते हैं, क्योंकि वो झूठ बोलते हैं।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि हिंदुस्तान में कोई भी व्यक्ति, गैर राजनीतिक या फिल्मस्टार, कोई भी अगर सरकार के खिलाफ बोलता है। तो उस व्यक्ति के खिलाफ हिंदुस्तान के सारे संस्थानों को लगा दिया जाता है। ये सिर्फ कांग्रेस पार्टी की बात नहीं है। शायद देश को आज ये बात समझ नहीं आ रही है, लेकिन जल्द देश को ये बात समझ आएगी कि देश में लोकतंत्र खत्म हो गया है। देश में लोकतंत्र सिर्फ यादों में है। ये गांधी परिवार पर इसलिए आक्रमण करते हैं कि हम एक विचारधारा के लिए लड़ते हैं और देश में हमारे जैसे करोड़ों लोग हैं। हम लोकतंत्र के लिए लड़ते हैं, हम सांप्रदायिक सद्भाव के लिए लड़ते हैं।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि ये लड़ाई सिर्फ मैं नहीं लड़ रहा, बल्कि हम सालों से लड़ रहे हैं, मेरे परिवार ने शहादत दी है। ये हमारी जिम्मेदारी है, हम विचारधारा के लिए लड़ते हैं। – जब हिंदू-मुस्लिम को लड़ाया जाता है, तब हमें दर्द होता है।- जब किसी दलित को मारा जाता है, तब हमें दर्द होता है।
– जब किसी महिला पर अत्याचार होता है, तब हमें दर्द होता है। इसीलिए हम लड़ते हैं, ये परिवार नहीं एक विचारधारा है।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि हिटलर भी चुनाव जीतकर आया था, हिटलर भी चुनाव जीत जाता था। हिटलर चुनाव ऐसे जीतता था कि जर्मनी के पूरे-पूरे संस्थान उसके हाथ में थे, उसके हाथ में पैरामिलिट्री फॉर्सेज थी, उसके पास पूरा का पूरा ढांचा था। उन्होंने कहा कि जितना मैं सच्चाई बोलूंगा, उतना मेरे ऊपर आक्रमण होगा। मेरी ये समस्या है कि मैं सच्चाई बोलता हूं, डरता नहीं हूं।