महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना आजाद के वादे को पूरा कर रही मोदी सरकार : अमित शाह

नागरिकता संसोधन विधेयक के समर्थन में गृहमंत्री अमित शाह ने आज कर्नाटक के हुबली में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा ‘राहुल बाबा ऐंड कंपनी’ लोगों को गुमराह कर रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना आजाद ने पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का वादा किया था, जिसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरा ने पूरा किया।

उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि यह सभी नेता कांग्रेस के ही थे। आपने तो अपने पूर्वजों के वादे को पूरा नहीं किया। पूरा कर रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।’पाकिस्तान (पूर्वी और पश्चिमी दोनों) में 30 प्रतिशत हिंदू थे। वहीं आज पाकिस्तान में यह संख्या 3 प्रतिशत तथा बांग्लादेश में 7 प्रतिशत तक रह गई है। प्रदर्शन कर रहे लोगों से मैं पूछना चाहता हूं कि यह अल्पसंख्यक कहां गए।

अमित शाह ने आगे कहा कि जवाहर लाल नेहरू, राजेंद्र बाबू, आचार्य कृपलानी, सरदार पटेल और मौलाना अबुल कलाम आजाद ने भी यही कहा था। ये कांग्रेस वाले हमारी नहीं सुनते, लेकिन अपने बड़े नेताओं की बात तो माने। उन्होंने कहा कि CAA को लेकर विपक्ष ने दुष्प्रचार किया, अल्पसंख्यकों को गुमराह किया, देश में दंगे फैलाए। पहले 3-4 दिन जो दंगे हुए उसका पूरा दोष कांग्रेस, ममता बनर्जी एंड कंपनी का है। कांग्रेस पार्टी ने देश में दंगे कराए।

अमित शाह ने आगे कहा कि पिछले साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव हुआ, उसमें कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में लिखा है कि पाकिस्तान से जो हिन्दू और सिख आएंगे, उनको हम नागरिकता देंगे। जब आप कहते हो तब ये सांप्रदायिक नहीं होता, लेकिन जब मोदी जी ये करते हैं तो सांप्रदायिक हो जाता है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी ने दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद संसद के पहले ही सत्र में अनुच्छेद 370 को हटाया। विपक्षियों ने इसका भी विरोध किया।

अमित शाह ने आगे कहा कि कांग्रेस, लालू जी, ममता दीदी, केजरीवाल सभी राम मंदिर मामले में आड़े आए थे। लेकिन भारत सरकार की पहल से ये केस स्पीड से चला और सुप्रीम कोर्ट ने तय कर दिया कि अयोध्या में उसी स्थान पर राम मंदिर बनेगा। उन्होंने कहा कि JNU में 3 साल पहले नारे लगे ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे एक हजार’। मोदी जी ने इस तरह के नारे लगाने वालों को जेल में डाला। लेकिन केजरीवाल उन पर केस चलने की अनुशंसा नहीं दे रहे हैं।

अमित शाह ने कहा, ‘बाहर से यहां आए शरणार्थियों में से 70 प्रतिशत दलित हैं। जो इस बिल का बिरोध कर रहे है वो दलितविरोधी हैं।