महाराष्ट्र के राज्यपाल ने दिया बहुमत साबित करने का आदेश जिसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई उद्धव सरकार

महाराष्ट्र में चल रहे राजनितिक गतिरोध के बीच आज महाराष्ट्र के राज्यपाल ने आखिरकार विधानसभा का विशेष सत्र बुला लिया है। जिसमें उद्धव सरकार को अपना बहुमत साबित करना होगा। राज्यपाल द्वारा जारी आदेश पत्र में कहा गया है कि 39 विधायक महाविकास अघाड़ी गठबंधन से अलग होने की बात कह चुके हैं। राज्यपाल द्वारा फ्लोर टेस्ट का आदेश देने वाले ऑर्डर के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट शाम 5 बजे करेगी।

बतादें कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के निर्देश को चुनौती देने वाली शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु की याचिका पर उच्च न्यायालय आज शाम 5 बजे सुनवाई करेगा। महाराष्ट्र के राज्यपाल ने राज्य के मुख्यमंत्री को 30 जून को सदन के पटल पर बहुमत समर्थन साबित करने के निर्देष दिए थे।

शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट (महाराष्ट्र के राज्यपाल के फ्लोर टेस्ट के लिए बुलाने के फैसले के खिलाफ) जाएंगे। यह एक गैरकानूनी गतिविधि है क्योंकि हमारे 16 विधायकों की अयोग्यता का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। राज्यपाल को बस इसी पल का इंतजार था।

बतादें कि बागी विधायकों का गुट अभी अलग-अलग विचारों पर विमर्श कर रहा है. उनके पास एक ऑप्शन है कि वह आज दोपहर तक गोवा चले जाएं फिर कल मुंबई में जाकर फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लें. अगर विधायक गोवा जाते हैं तो ये लोग ताज होटल में रहेंगे. यहां 71 कमरे बुक कर लिये गये हैं. ये लोग तीन जेट विमान से शाम 4 बजे तक गोवा पहुंच सकते हैं. वहीं दूसरा ऑप्शन है कि बागी विधायक फ्लोर टेस्ट में हिस्सा ही ना लें. इस स्थिति में भी MVA अघाड़ी सरकार गिर जाएगी. क्योंकि शिंदे गुट में 49 विधायक हैं. महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट से पहले महाविकास अघाड़ी सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं.

NCP के चार विधायक ऐसे हैं जो कल फ्लोर टेस्ट में हिस्सा नहीं ले पायेंगे. इसमें अजित पवार, छगन भुजबल कोविड संक्रमित हैं. वहीं नवाब मलिक और अनिल देशमुख जेल में बंद हैं. ये चारों लोग कल फ्लोर टेस्ट में शामिल नहीं हो पायेंगे.

बतादें कि कल रात में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने आज राज्यपाल से मुलाकत की थी । मुलाकात के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि आज राज्यपाल जी को ई-मेल के माध्यम से और प्रत्यक्ष तौर पर हमने पत्र दिया है जिसमें कहा है कि राज्य में जो परिस्थिति दिखाई पड़ती है इसमें शिवसेना के 39 विधायक बाहर हैं और लगातार कह रहे हैं कि हम कांग्रेस, NCP की सरकार में नहीं रहना चाहते।

देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इसका मतलब ये 39 विधायक सरकार के साथ नहीं हैं या महा विकास अघाडी को समर्थन नहीं देना चाहते। राज्यपाल जी को हमने कहा है चूंकि सरकार अल्पमत में दिखाई पड़ती है इसलिए तुरंत सरकार को निर्देश दिया जाए कि मुख्यमंत्री फ्लोर टेस्ट करें और अपना बहुमत सिद्ध करें।