मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के KGMU में 320 बेड की क्षमता वाले कोविड हॉस्पिटल का लोकार्पण किया

उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में 320 बेड की क्षमता वाले कोविड हॉस्पिटल का लोकार्पण किया। लोकार्पण के बाद उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में कोरोना का पहला मामला सामने आया तो हमारे पास एक भी बेड कोरोना उपचार के लिए नहीं था, न जांच की सुविधा थी। कल प्रदेश में हमने एक दिन में 1 लाख 55 हजार कोविड टेस्ट किए हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि COVID19 के विरुद्ध लम्बी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार रहना होगा। हम एक ऐसे शत्रु से लड़ाई लड़ रहे हैं, जिसे हम देख नहीं सकते। वैक्सीन या दवा आने के बाद भी वायरस के नेचर में बदलाव आया तो यह भी खतरे की घंटी हो सकती है, इसलिए हमारी तैयारी उसी रूप में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोविड से लड़ाई किसी एक व्यक्ति या विभाग की नहीं, बल्कि हम सब की है। हम सभी को एकजुट होकर लड़ना है और सभी के स्वास्थ्य की रक्षा करनी है। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों और आपकी जागरूकता का परिणाम है कि प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव दर व मृत्यु दर कम है और रिकवरी रेट बेहतर है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में कोरोना से बचाव के लिए मजबूती से लड़ाई लड़ी जा रही है। जब तक दवा या वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक हमें पूरी लगन और एकजुटता से इस लड़ाई को लड़ना है। हमें प्रत्येक नागरिक का ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि गत 15 दिनों में प्रदेश में लोकार्पित किए गए एल-3 डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों की श्रृंखला का यह चौथा अस्पताल है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व नोएडा, गोण्डा तथा गोरखपुर में 300-300 बेड के डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों का लोकार्पण किया गया है। सभी कोरोना वारियर्स द्वारा अभिनन्दनीय कार्य किया जा रहा है। इसे निरन्तर और बेहतर बनाए जाने का प्रयास किया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कहा कि इस कोविड चिकित्सालय से राजधानी लखनऊ सहित पूरा प्रदेश लाभान्वित होगा। उन्होंने कहा कि के.जी.एम.यू. में पहले से संचालित डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के साथ ही, इस अस्पताल को भी पूरी क्षमता से कार्यशील रखा जाए। उन्होंने कहा कि कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में एल-1 और एल-2 श्रेणी के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल कार्यशील हैं। एल-3 कोविड अस्पतालों की सुविधा भी तेजी से बढ़ायी जा रही है। कोविड-19 की शुरुआत के समय प्रदेश के 36 जनपदों में वेण्टिलेटर की व्यवस्था नहीं थी। वर्तमान में प्रत्येक जनपद में कम से कम 10 वेण्टिलेटर उपलब्ध हैं।