मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले छठी मइया के किरपा सब पर बनल रहे इहे प्रार्थना बा

बिहार और उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में मनाया जाने वाला छठ महा पर्व बड़ी ही धूम धाम से मनाया जा रहा है। छठ महा पर्व की शुरुवात 28 अक्टूबर को ही हो गई है। जबकि 30 व 31 अक्टूबर को विशेष पर्व मनाया जाना है। जिसको लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक अहम बैठक की इस बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले छठी मइया के किरपा सब पर बनल रहे इहे प्रार्थना बा . उन्होंने कहा कि छठी मइया के किरपा से हमरे प्रदेश में, सबके जीवन में सुख आ खुशहाली बनल रहे, इहे प्रार्थना बा। जय जय छठी मइया!

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छठ पर्व के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि छठ पर्व लोक आस्था का एक प्रमुख पर्व है। हमारे देश में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण की समृद्ध परम्परा व संस्कृति है। प्रकृति के साथ मानव के जुड़ाव का संदेश देने वाला छठ पर्व इसी समृद्ध परम्परा का जीवंत उदाहरण है।उन्होंने लोगों से कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत सभी सावधानियां बरतते हुए छठ पर्व मनाने की अपील की है। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले छठी मइया के किरपा सब पर बनल रहे इहे प्रार्थना बा .

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने सरकारी आवास पर आगामी छठ पर्व की तैयारियों के सम्बन्ध में एक बैठक बुलाई जिसमे उन्होंने कहा कि 30 व 31 अक्टूबर को लोक आस्था का महापर्व ‘छठ’ मनाया जाना है। ऐसे में नदी घाटों पर स्वच्छता, सुरक्षा, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, पार्किंग, मोबाइल टॉयलेट, पेयजल सहित जनसुविधाओं के व्यवस्थित प्रबन्ध किए जाएं। स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्थाएं होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि सभी व्रतधारी श्रद्धालुजनों को अधिकाधिक सुविधाएं उपलब्ध हों, ताकि पर्व का आयोजन सुचारु रूप से सम्पन्न हो। इस वर्ष ‘स्वच्छ और सुरक्षित छठ’ के संदेश के अनुरूप लोगों की जरूरत के अनुसार सभी प्रबन्ध किए जाएं। नदी घाटों के आस-पास पर्याप्त प्रकाश प्रबन्ध होना चाहिए। पर्व के अवसर पर निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। नदी की गहराई के अनुसार सुरक्षित क्षेत्र का चिह्नांकन किया जाए। छठ घाटों के पास स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएं। यहां डेंगू, बुखार व विभिन्न जल जनित बीमारियों की जांच की व्यवस्था होनी चाहिए। ऐसे में किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक चिकित्सा का समुचित प्रबन्ध किया जाए .

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