मूल्‍यवृद्धि के मुद्दे पर लोकसभा में निर्मला सीतामरण ने दिया जवाब

मूल्‍यवृद्धि के मुद्दे पर आज लोकसभा में पूरे दिन चर्चा हुई। विपक्ष के कई नेताओ ने सरकार को घेरा। जिसके बाद वित्‍त मंत्री निर्मला सीतामरण ने जवाब दिया लेकिन कांग्रेस के सांसदों ने वित्‍त मंत्री के संबोधन सुना नहीं वे सदन छोड़कर चले गए। वित्‍त मंत्री निर्मला सीतामरण ने सदन में कहा कि कोरोना महामारी के प्रकोप होने के बावजूद वैश्विक एजेंसियों के आकलन में भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्‍यवस्‍था बना हुआ है। उन्‍होंने कहा कि उन्‍होंने कहा कि खुदरा महंगाई दर 7 फीसदी से नीचे लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

वित्‍त मंत्री निर्मला सीतामरण ने सदन में कहा कि हमें देखना होगा कि दुनिया में क्या हो रहा है और भारत दुनिया में क्या स्थान रखता है। विश्व ने ऐसी महामारी का सामना पहले कभी नहीं किया।महामारी से बाहर आने के लिए हर कोई अपने स्तर पर काम कर रहा है, इसलिए मैं भारत के लोगों को इसका श्रेय देती हूं। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पिछले 2 साल में भारत को विश्व बैंक, IMF और दूसरी वैश्विक संस्थाओं द्वारा विश्व की विकास दर और भारत की विकास दर के बारे में कई बार आकलन है। हर बार जब उन्होंने आकलन किया है, विश्व की विकास दर उस अवधि में अनुमान से कम रही है, भारत की भी विकास दर अनुमान से कम रही है, लेकिन हर बार भारत की विकास दर सर्वाधिक रही है।

वित्‍त मंत्री निर्मला सीतामरण ने सदन में कहा कि अमेरिका की GDP में दूसरी तीमाही में 0.9% की गिरावट दर्ज़ की गई और पहली तिमाही में 1.6% की गिरावट दर्ज़ की गई थी। जिसे उन्होंने अनौपचारिक मंदी का नाम दिया। भारत में मंदी या मुद्रास्फीतिजनित मंदी का सवाल ही नहीं उठता। ब्लूमबर्ग की सर्वे में बताया गया है कि भारत में मंदी की संभावना 0 है। उन्होंने कहा कि भारत में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक के सकल NPA 2022 में 6 साल में सबसे निचले स्तर 5.9% पर हैं। चीन के 4000 बैंक दिवालिया होने के कगार पर हैं परन्तु भारत में NPA कम हो रहे हैं।

वित्‍त मंत्री निर्मला सीतामरण ने सदन में कहा कि केंद्र सरकार के प्रयासों के चलते सरकार पर कर्ज़ GDP का 56.9% है। IMF के डेटा के अनुसार भारत दूसरे देशों की तुलना में काफी अच्छी स्थिति में है जहां औसतन सरकार पर कर्ज़ GDP का 86.9% है। GST संग्रह पिछले 5 महीनों से लगातार 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। 8 इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में जून में डबल डिजिट में बढ़ोतरी हुई। जून में कोर सेक्टर में वार्षिक दर से 12.7% की बढ़ोतरी दर्ज़ की गई। भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत सकारात्मक संकेत दिखा रही है। रूस-यूक्रेन संकट, चीन के कई हिस्सों में लॉकडाउन, कोविड-वेव, ओमिक्रोन आदि के चलते अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रभावित है, इसके बावजूद भी हम महंगाई को 7% से नीचे रखने की कोशिश कर रहे हैं।