योगी आदित्यनाथ ने पेड़ लगाकर एक दिन में 25 करोड़ पेड़ लगाने की शुरुवात की

उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ के कुकरैल वन में मिशन वृक्षारोपण 2020 के अंतर्गत एक ही दिन में 25 करोड़ पौधे रोपित करने का शुभारंभ किया। पेड़ लगाकर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वन महोत्सव के साथ ही भारत के ज्ञान की परंपरा के प्रतीक भगवान वेदव्यास की आज जन्म तिथि भी है। ‘व्यास पूर्णिमा,गुरु पूर्णिम के रूप में विख्यात है।गुरु पूर्णिमा के साथ ही पूरे प्रदेश में 25 करोड़ वृक्षारोपण एक साथ आज की तिथि पर करने के लक्ष्य के साथ प्रारम्भ हुआ है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘मिशन वृक्षारोपण-2020’ के साथ जुड़कर के न केवल प्राकृति बल्कि अपने पर्यावरण के प्रति हम सब जागरूक होकर के इसके सरंक्षण के लिए अपना योगदान देंगे आज इस बात का गवाह भी उत्तर प्रदेश बन रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक पांच करोड़ तीस लाख से अधिक वृक्ष उत्तर प्रदेश में लग चुके हैं और इसमें निरंतर वृद्धि हो रही है। यह शासन के प्रति आमजन के विश्वास को प्रदर्शित करता है।साथ ही साथ हम अपने पर्यावरण के प्रति भी कितने जागरूक हैं, इसका भी बेहतर उदाहरण आज का यह कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि प्रातःकाल से ही प्रदेश के सभी 75 जिलों में अलग-अलग स्थानों पर इस कार्यक्रम के प्रति जूनून और जोश देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण के प्रति लोगों का जोश देखते ही बनता है। लेकिन इसके साथ ही हमें वैश्विक महामारी से भी लड़ना है, सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना है, यह भी स्पष्ट दिखाई दे रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत वर्ष, हम लोगों ने 22 करोड़ से अधिक वृक्ष लगाए थे। इसके बाद प्रत्येक वृक्ष की जिओ टैगिंग की गई और जिओ टैगिंग के माध्यम से वृक्ष सुरक्षित रह सकें, इसकी समीक्षा की जाती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा का पात्र है। हमारे पास उर्वरा भूमि है, दुनिया का सबसे अच्छा जल संसाधन है और दुनिया में किसी भी एक क्षेत्रफल में इतनी वृहद आबादी निवास करती है, यह सौभाग्य उत्तर प्रदेश को मिला है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नौ-गृह वाटिका, नक्षत्र वाटिका या फिर किसी अन्य प्रकार की वाटिकाओं के माध्यम से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का कार्यक्रम किया गया है और प्रकृति के माध्यम से हम पोषक तत्वों को कैसे प्राप्त कर सकते हैं, सहजन इसका एक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि प्रयास किया गया कि प्रत्येक व्यक्ति एक-एक वृक्ष लगाए और हम लोगों ने यह महसूस किया कि प्रत्येक नागरिक वृक्षारोपण के प्रति अत्यंत जागरूक है।