स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया सम्बोधित

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्र के नाम सम्बोधन दिया जिसमे उन्होंने देश के कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा की ‘मुझे विश्वास है कि जम्मू-कश्मीर लद्दाख में जो भी बदलाव हुए हैं उससे लोग को लाभ मिलेगा। राष्ट्रपति ने कहा, ‘सरकार, लोगों की आशाओं-आकांक्षाओं को पूरा करने में उनकी सहायताकर रही है राष्ट्रपति ने कहा, ‘लोगों के जनादेश है उसमे उनकी आकांक्षाएं दिखाई देती हैं. इन आकांक्षाओं को पूरा करने में हमारी सरकार अपनी भूमिकानिभा रही है . मै मानता हु की 130 करोड़ भारतवासीयों के कौशल, प्रतिभा, उद्यम और इनोवेशन से कई बिकास के अवसर प्रदान किये जा सकते हैं उन्होंने सभी देशवासीयों को स्वततन्त्रा दिवस की बधाई दी उन्होंने कहा की हम आशा करते हैं की हमारी संस्कृति, आदर्श, करुणा, भाईचारा बना रहेगा मै आशा करता हूँ की भारत की अंतिम व्यक्ति की नीति पर सम्बेदंशील रहेगा भारत अपने आदर्शों पर अटल रहेगा
उन्होंने कहा की भारत युवाओं का देश है. हमारे युवाओं की ऊर्जा खेल से लेकर विज्ञान तक और ज्ञान की खोज से लेकर सॉफ्ट स्किल तक कई क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा बिखेर रही है.समाज और राष्ट्र के विकास के लिए बनाए गए इंफ्रास्ट्रक्चर की रक्षा करना हमारा कर्त्तव्य है क्योंकि यह राष्ट्रीय संपत्ति है.हमारी बहन-बेटियों का सशक्तीकरण हो और उनकी गरिमा बढ़ाएगी सरकार, लोगों की आशाओं-आकांक्षाओं को पूरा करेगी सरकार की कोशिश है की शासन व्यवस्था कुशल और पारदर्शी हो लोकसभा और राज्यसभा अच्छा काम हुआ है हम सभी की जिम्मेदारी है की देश को उचाईयों पर ले जाएँ उन्होंने कहा स्वाधीनता दिवस भारत-माता की सभी संतानों के लिए बेहद खुशी का दिन है, चाहे वे देश में हों या विदेश में.