हाथरस कांड को लेकर लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज

हाथरस कांड को लेकर यूपी में बवाल जारी है। इसे लेकर शुक्रवार यानी आज हजरतगंज में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन व नारेबाजी की जिस पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और ले जाने लगी लेकिन सपाई फिर सड़कों पर आ गए और नारेबाजी करने लगे। कुछ देर के लिए पुलिस भी बेबस रही। हालात नियंत्रण से बाहर जाते देखकर पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया।

हाथरस कांड से घिरी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आज एक बड़ी कार्यवाही की है। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताविक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस मामले में बड़ी कार्यवाही करते हुए हाथरस के एसपी, डीएसपी और इंस्पेक्टर समेत कई लोगों को सस्पेंट कर दिया है। इसके साथ ही स्थानीय थाने के सभी पुलिसकर्मियों का नारको पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री कार्यालय ने मिडिया को जानकारी दी है कि हाथरस मामले में कार्यवाही करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर विक्रांत वीर, सीओ राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, और कुछ अन्य अधिकारियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही थाने के सभी पुलिसकर्मियों, वादी, प्रतिवादी सभी का होगा पॉलीग्राफी टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री चौराहे पर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई। सपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर कई बसों में भरकर ले जाया गया। हजरतगंज में कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। इस दौरान कई घायल हुए हैं। कहा जा रहा है कि कई कार्यकर्ताओं के सिर फट गए हैं तो कई की हड्डियां टूट गई हैं।

वहीं, समाजवादी पार्टी द्वारा प्रदर्शन करने पर अयोध्या नगर कोतवाली में उपनिरीक्षक सुनील यादव की तहरीर पर सपा नेता जय सिंह यादव समेत 13 लोगों के खिलाफ धारा 144 का उल्लंघन और महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इन सभी ने अयोध्या में कैंडल मार्च निकाला था।

पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल पूर्व विधायक इंदल रावत को भी गिरफ्तार कर लिया। सपाइयों का कहना है कि प्रदेश में जंगलराज है। कानून-व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है। योगी आदित्यनाथ से राज्य नहीं संभल रहा है उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।

बता दें कि सपाइयों ने गुरुवार को भी प्रदर्शन किया था। दरअसल हाथरस कांड पर सरकार व प्रशासन की लापरवाही से पीड़िता जीवित नहीं बच सकी और जब विपक्ष ने आवाज उठाई तो सरकार सवालों के घेरे में आ गई।

लखनऊ के हजरतगंज में प्रदर्शन करते सपाई।

विपक्ष द्वारा हंगामा करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़िता के परिजनों से बात की और उन्हें मुआवजा उपलब्ध करवाया। हालांकि, पीड़िता के परिवार से अभी विपक्ष के किसी नेता को नहीं मिलने दिया गया है। गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी हाथरस गए तो पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया और राहुल गांधी से भी धक्का-मुक्की की।