कोरोना से 1024 संक्रमित 27 की मौत

पूरी दुनिया के साथ हमारे देश में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। कोरोना से 1024 संक्रमित 27 की मौत चुकी है। देश में कोरोनावायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 1024 हो गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इस बीमारी से अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 96 मरीज इस बीमारी से ठीक भी हो चुके हैं. आज शाम तक 106 नए मामले सामने आए हैं। बता दें कि पूरी दुनिया में कोरोनावायरस से अबतक 30 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं.

आज महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 15 नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले 200 के पार पहुंच गए हैं. अकेले महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के अब तक 203 पॉजिटिव केस हो चुके हैं. जबकि दिल्ली में एक दिन के अंदर बढ़ गए 23 केस, कोरोना पीड़ितों की संख्या पहुंची 72 चुकी है। देश में लॉकडाउन का आज पांचवां दिन है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में लॉकडाउन से होने वाली परेशानियों पर पर देशवासियों से माफी मांगी है.

कोरोना से 1024 संक्रमित 27 की मौत हो गई जिसे देखते हुए आज प्रधानमंत्री ने कहा कि आज, देश और दुनिया के मन में सिर्फ और सिर्फ एक ही बात है- ‘कोरोना वैश्विक महामारी’ से आया हुआ ये भयंकर संकट | ऐसे में , मैं और कुछ बातें करूं वो उचित नहीं होगा | लेकिन सबसे पहले मैं सभी देशवासियों से क्षमा माँगता हूँ | और मेरी आत्मा कहती है कि आप मुझे जरुर क्षमा करेंगें क्योंकि कुछ ऐसे निर्णय लेने पड़े हैं जिसकी वजह से आपको कई तरह की कठिनाइयाँ उठानी पड़ रही हैं, खास करके मेरे गरीब भाई-बहनों को देखता हूँ तो जरुर लगता है कि उनको लगता होगा की ऐसा कैसा प्रधानमंत्री है, हमें इस मुसीबत में डाल दिया |

उनसे भी मैं विशेष रूप से क्षमा मांगता हूँ | हो सकता है, बहुत से लोग मुझसे नाराज भी होंगे कि ऐसे कैसे सबको घर में बंद कर रखा है | मैं आपकी दिक्कतें समझता हूँ, आपकी परेशानी भी समझता हूँ लेकिन भारत जैसे 130 करोड़ की आबादी वाले देश को, कोरोना के खिलाफ़ लड़ाई के लिए, ये कदम उठाये बिना कोई रास्ता नहीं था | कोरोना के खिलाफ़ लड़ाई, जीवन और मृत्य के बीच की लड़ाई है और इस लड़ाई में हमें जीतना है और इसीलिए ये कठोर कदम उठाने बहुत आवश्यक थे | किसी का मन नहीं करता है ऐसे कदमों के लिए लेकिन दुनिया के हालात देखने के बाद लगता है कि यही एक रास्ता बचा है | आपको, आपके परिवार को सुरक्षित रखना है |

मैं फिर एक बार, आपको जो भी असुविधा हुई है, कठिनाई हुई है, इसके लिए क्षमा मांगता हूँ | साथियों, हमारे यहाँ कहा गया है – ‘एवं एवं विकारः, अपी तरुन्हा साध्यते सुखं’ यानि बीमारी और उसके प्रकोप से शुरुआत में ही निबटना चाहिए | बाद में रोग असाध्य हो जाते हैं तब इलाज भी मुश्किल हो जाता है | और आज पूरा हिंदुस्तान, हर हिन्दुस्तानी यही कर रहा है. भाइयों,बहनों, माताओं, बुजर्गो कोरोना वायरस ने दुनिया को क़ैद कर दिया है | ये ज्ञान, विज्ञान, गरीब, संपन्न, कमज़ोर, ताक़तवर हर किसी को चुनौती दे रहा है | ये ना तो राष्ट्र की सीमाओं में बंधा है, न ही ये कोई क्षेत्र देखता है और न ही कोई मौसम | ये वायरस इंसान को मारने पर, उसे समाप्त करने की जिद उठाकर बैठा है और इसीलिए सभी लोगों को, पूरी मानवजाति को इस वायरस के ख़त्म करने के लिए, एकजुट होकर संकल्प लेना ही होगा |

बता दें कि देश में कोरोना रोकने के लिए जंग जारी है। कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए युद्धस्तर पर अभियान जारी है. देश में परीक्षण के लिए पर्याप्त प्रयोगशालाएं तैयार की गई हैं. सरकार ने 25 मार्च से देश में किसी भी घरेलू यात्री विमान को परिचालन की अनुमति नहीं देने का फैसला किया है.

कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए देशभर में व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं. आईसीएमआर-एनआईवी पुणे में कोरोना वायरस की जांच के लिए किट बनाए जाने का काम तेज हो गया है. आईसीएमआर-एनआईवी की अनुमोदित टेस्ट किट से फास्ट ट्रैक तरीके से जांच हो सकेंगी, जो मान्य होंगी. आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि देश में पर्याप्त प्रयोगशालाएं हैं, जिन्होंने अपना काम शुरू कर दिया है.

देश में कोरोना रोकने के लिए जंग जारी है इसी बीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने कोरोना संक्रमण मामलों के संदिग्ध या पुष्ट रोगियों का इलाज कर रहे चिकित्साकर्मियों के लिए और संक्रमण की पुष्टि वाले मरीज़ों के सम्पर्क में आने वालों में ऐसे लक्षण पाये जाने पर हाईड्रोक्सी-क्लोरोक्विन के इस्तेमाल का सुझाव दिया है. राष्ट्रीय कार्यदल द्वारा सुझाये गये इस इलाज को आपात स्थिति में इसके सीमित इस्तेमाल के लिए भारत के औषध महानियंत्रक ने पुष्टि की है.

देश में कोरोना रोकने के लिए जंग जारी है। महामारी को फैलने से रोकने के लिए सख्ती से अमल करने का आदेश दिया गया है. सरकार ने कहा है कि नियमों का पालन ना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

कोरोना जैसी घातक संक्रामक बीमारी से निपटने के लिए देश में युद्धस्तर पर अभियान जारी है. लोगों से घरों में ही रहने की लगातार सलाह दी जा रही है, ताकि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके