संकट मोचक हनुमान जी की सर्वोच्च मूर्ति की स्थापना के लिए अपील
भारत वर्ष में निवास करने वाले सभी भारत वासियों भगवत भक्तों, हनुमत भक्तों से श्री संकट मोचक हनुमान जी की सर्वोच्च मूर्ति की स्थापना के लिए अपील: श्री संकटमोचक हनुमान जी की बहुत बड़ी विकराल मूर्ति के ध्यान का लाभ गोस्वामी तुलसीदास जी के शब्दों में हनुमान बाहुक सिंधु-तरन, सिय-सोच-हरन, रबि-बाल-बरन तनु । भुज बिसाल, मूरति कराल कालहुको काल जनु ।। गहन-दहन-निरदहन लंक निःसंक, बंक-भुव । जातुधान-बलवान-मान-मद-दवन पवनसुव ।। कह तुलसिदास सेवत सुलभ सेवक हित…
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