- गर्भवती ब्राह्मण महिला पर हुआ जानलेवा हमला न्याय दिलाने कि बजाय पुलिस ने पीड़ित पर ही दर्ज किया एससी एसटी एक्ट में मुकदमा
- ठाकुर ब्राह्मण वाद में फंस गया ब्राह्मण
- हाईकोर्ट ने निकाय चुनावों को बिना ओबीसी आरक्षण के कराने को कहा योगी बोले आरक्षण के बाद होंगे चुनाव
- नई दिल्ली में वीर बाल दिवस कार्यक्रम में जानिए क्या बोले पीएम मोदी
- प्रधानमंत्री ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से बात की
अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार ने उठाया बड़ा कदम कई बैंकों को एक साथ किया विलय
पूरी दुनिया आर्थिक मंदी का सामना कर रही है जिसका असर भारतीय इकोनॉमी पर भी पड़ रहा है। सुस्त होती भारत की इकोनामी को लेकर सरकार गंभीर है। इस विषय को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज प्रेस कान्फ्रेन्स किया जिसमे उन्होंने कई एलान किये। उन्होंने कहा कि रकार 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लिए पूरा प्रयास कर रही है. इसके अलावां उन्होंने 10 बैंकों को मर्ज करके चार बड़े बैंक बैंक बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा की पंजाब नैशनल बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स तथा यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया को एक साथ मर्ज किया जायेगा। इसी प्रकार से केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक को भी मर्ज किया जायेगा। ऐसे ही यूनियन बैंक, आंध्रा बैंक तथा कॉरपोरेशन बैंक एक साथ मर्ज होगा। इसके अलावां इंडियन बैंक, इलाहाबाद बैंक को भी मर्ज किया जायेगा। इस एलान के बाद अब बैंकों की संख्या 12 रह गई है। निर्मला सीतारमण ने कहा की बैंको के मर्ज होने से इनकी शक्ति बढ़ेगी। उन्होंने कहा की अब बैंक फायदे में चल रहे हैं रिकार्ड तौर पर लोन की रिकवरी हो रही है और एनपीए कम हुआ है। उन्होंने कहा कि अब तक 3 लाख से अधिक शेल कंपनियां बंद की जा चुकी हैं. और नीरव मोदी जैसे भगोड़ों की संपत्ति जप्त की जा जारी है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकों को 70,000 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया. और उन्होंने कहा कि अब आरबीआई द्वारा रेपो रेट में की गई कटौती का फायदा सीधे ग्राहकों को मिलेगा जिससे ग्राहकों को कम व्याज पर होम और ऑटो लोन मिलेगा।