कानपुर की मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद योगी आदित्यनाथ ने दी श्रद्धांजलि परिवार वालों को 1 करोड़ देने की घोषणा की
कानपुर : राहुल नाम के एक व्यक्ति ने कानपुर के चौबेपुर थाने में विकास के खिलाफ गुरुवार को थाने में मुकदमा दर्ज कराया जिसके बाद वंहा की पुलिस टीम जांच के लिए बिकरू गांव पहुंची। जिसके बाद पुलिस टीम पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इसमें सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। चार पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना में शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए मामले की पूरी रिपोर्ट तलब की है और बदमाशों को तुरंत पकड़ने के आदेश दिए हैं। साथ ही प्रत्येक शहीद परिवार को आर्थिक सहायता के रूप में 1 करोड़ रूपये सरकार की ओर देने की घोषणा की।
गुरुवार रात करीब साढ़े 12 बजे बिठूर और चौबेपुर पुलिस ने मिलकर विकास दुबे के गांव बिकरू में उसके घर पर दबिश दी। बिठूर एसओ कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विकास और उसके 8, 10 साथियों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। घर के अंदर और छतों से गोलियां चलाई गईं। सूत्रों के मुताविक जिस तरीके से हमला हुआ, उससे आशंका है कि बदमाशों को पुलिस की दबिश की भनक मिल गई थी। जिस कारण उन्होंने तैयारी करके पुलिस पर हमला किया।
पुलिस ने बताया कि विकास दुबे खूंखार अपराधी है जिस पर 2003 में शिवली थाने में घुसकर तत्कालीन श्रम संविदा बोर्ड के चेयरमैन राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त भाजपा नेता संतोष शुक्ला की हत्या का आरोप लगा था। बाद में वह इस केस से बरी हो गया था। इसके अलावा विकास दुबे के खिलाफ उसी थाने में 60 केस दर्ज हैं। सबसे अहम बात ये है कि विकास उसके घर में अकेला हिस्ट्रीशीटर नहीं है, बल्कि उसके तीन भाई अतुल दुबे, दीपू दुबे और संजय दुबे भी इसी थाने में हिस्ट्रीशीटर के तौर पर दर्ज हैं। थाने में लगे हिस्ट्रीशीट बोर्ड पर चारों भाइयों के नाम लिखे हुए हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर लिखा जनपद कानपुर में ‘कर्तव्य पथ’ पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले 08 पुलिसकर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि। शहीद पुलिसकर्मियों ने जिस अपरिमित साहस व अद्भुत कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया, उ.प्र. उसे कभी भूलेगा नहीं। उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कानपुर नगर के थाना चौबेपुर में 2 और 3 जुलाई की रात्रि में क्षेत्राधिकारी श्री देवेंद्र मिश्र के नेतृत्व में पुलिस की टीम एक दबिश में गई थी। जिसमें वादी राहुल तिवारी ने धारा 307 में एक मुकदमा दर्ज कराया था। इसी मुकदमे के सिलसिले में पुलिस एक दुर्दांत अपराधी के यहां छापेमारी करने के लिए गई थी। इस दौरान एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हुई, जिसमें उत्तर प्रदेश के 8 जांबाज पुलिसकर्मी, एक क्षेत्राधिकारी श्री देवेंद्र मिश्र, तीन उपनिरीक्षक श्री महेश चंद्र यादव,थानाध्यक्ष शिवराजपुर, श्री अनूप कुमार सिंह, श्री नेबूलाल के साथ चार आरक्षी श्री जीतेन्द्र पाल, श्री सुल्तान सिंह, श्री बब्लू कुमार और श्री राहुल कुमार शहीद हुए हैं, साथ ही 6 पुलिसकर्मी और 1 होमगार्ड जवान घायल हैं।
उन्होंने कहा कि रात्रि में घटना घटित होने के बाद से ही वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इस पूरी घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए लगातार छापेमारी कर रहे हैं। इसके लिए अनेक टीमें गठित की गई हैं। पुलिस मुठभेड़ में 2 अपराधी मारे गए हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पुलिस के जवानों से जो असलहे छीन कर अपराधी भागे थे, उनमें से कुछ असलहे बरामद भी हुए हैं। शेष पर अभी कार्यवाही चल रही है। इस घटना के लिए जिम्मेदार किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। अपने सुख, चैन को तिलांजलि देते हुए इन्होंने आपदा, कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने और नागरिकों की सुरक्षा का कार्य किया है। बेहद मजबूती से हमारे जवानों ने लगातार कार्य किया है। दिन भर की अपनी ड्यूटी के बाद भी माफिया और आपराधिक प्रवृत्ति वाले तत्वों के खिलाफ, जो अभियान चल रहा है, उस अभियान के क्रम में यह टीम दबिश देने गई थी। उसी दौरान यह घटना घटित हुई।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं इन बहादुर जवानों को उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनता की सुरक्षा हेतु अपने आप को बलिदान करने के लिए, उनकी शहादत को कोटि-कोटि नमन करता हूं। शोक संतप्त परिजनों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है। उत्तर प्रदेश सरकार, अपने प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा के साथ-साथ हर शासकीय व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए उत्तरदायी हर कर्मी, उसके परिवार और उनके सुख-दुःख में सदैव खड़ी होने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है, इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा, कानूनन वह व्यक्ति इस घटना की सजा भी भुगतेगा। मैं इस बात का विश्वास दिलाता हूं कि हमारे जवानों का यह बलिदान किसी भी स्थिति में व्यर्थ नहीं जाएगा। मैंने परिजनों को इस बात के लिए आश्वस्त किया है कि इस दुःख की घड़ी में हम उनके साथ हैं। जवानों ने जिस मजबूती के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है, उसके लिए उनके कर्तव्यों के प्रति हम सबकी विनम्र श्रद्धांजलि है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शहादत की कोई कीमत नहीं होती लेकिन हमारी सरकार अपने इन शहीद जवानों के परिजनों के साथ में पूरी मजबूती से खड़ी है। शहीदों के परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा में लेने के साथ ही सरकार असाधारण पेंशन भी उपलब्ध कराएगी। प्रत्येक शहीद परिवार को आर्थिक सहायता के रूप में अतिरिक्त ₹01 करोड़ सरकार की ओर से उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं पुन: इस बात के लिए आश्वस्त करता हूं कि जिन लोगों ने भी इस घटना को अंजाम दिया है, प्रदेश सरकार कानून के दायरे में लाकर उन्हें कठोरतम सजा दिलाने का कार्य करेगी।
इस घटना के सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश में राजनीती गरमा गई है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा कानपुर की दुखद घटना में पुलिस के 8 वीरों की शहादत को श्रद्धांजलि! उप्र के आपराधिक जगत की इस सबसे शर्मनाक घटना में ‘सत्ताधारियों और अपराधियों ‘की मिलीभगत का ख़ामियाज़ा कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ा है. अपराधियों को जिंदा पकड़कर वर्तमान सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए.
अखिलेश यादव ने अगले ट्वीट में लिखा उप्र की भाजपा सरकार अपनी पोलपट्टी खुलने के डर से आनन-फ़ानन में मुख्य अपराधी को न पकड़कर छोटी-मोटी मुठभेड़ दिखाने का नाटक करवा रही है. इससे पुलिसकर्मियों का मनोबल और गिरेगा तथा पुलिस का आक्रोश भी बढ़ेगा. सरकार तुरंत मुआवज़ा घोषित करे व परिजनों को हर संभव संरक्षण दे.
इस घटना को लेकर राहुल गाँधी ने लिखा यू.पी. में गुंडाराज का एक और प्रमाण। जब पुलिस सुरक्षित नहीं, तो जनता कैसे होगी? मेरी शोक संवेदनाएँ मारे गए वीर शहीदों के परिवारजनों के साथ हैं और मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।
कांग्रेस पार्टी की महा सचिव प्रियंका गाँधी ने लिखा बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमें यूपी पुलिस के सीओ, एसओ सहित 8 जवान शहीद हो गए। यूपी पुलिस के इन शहीदों के परिजनों के साथ मेरी शोक संवेदनाएं। यूपी में कानून व्यवस्था बेहद बिगड़ चुकी है, अपराधी बेखौफ हैं। आमजन व पुलिस तक सुरक्षित नहीं है। कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है। इतनी भयावह घटना के बाद उन्हें सख़्त कार्यवाही करनी चाहिए। कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए।
बहुजन समाज पार्टी मि मुखिया मायावती ने ट्वीट कर लिखा कानपूर में शातिर अपराधियों द्वारा एक भिड़न्त में डिप्टी एसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों की मौत व 7 अन्य के आज तड़के घायल होने की घटना अति-दुःखद, शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण। स्पष्ट है कि यूपी सरकार को खासकर कानून-व्यवस्था के मामले में और भी अधिक चुस्त व दुरुस्त होने की जरूरत है। इस सनसनीखेज घटना के लिए अपराधियों को सरकार को किसी भी कीमत पर छोड़ना नहीं चाहिए, चाहे इसके लिए विशेष अभियान चलाने की जरूरत क्यों न पड़े। सरकार मृतक पुलिस के परिवार को समुचित अनुग्रह राशि के साथ ही परिवार के किसी सदस्य को नौकरी भी दे, बीएसपी की यह मांग है।
इस घटना में शहीद हुए पुलिसकर्मी
1. क्षेत्राधिकारी बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा
2. थाना प्रभारी शिवराजपुर महेश चंद्र यादव
3. चौकी इंचार्ज मंधना अनूप कुमार सिंह
4. सब इंस्पेक्टर नेबू लाल
5. सिपाही सुल्तान सिंह
6. सिपाही राहुल
7. सिपाही बबलू
8. सिपाही जितेंद्र
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